भोपाल। भोपाल जिले को भिक्षावृत्ति मुक्त करने के लिए गठित किए गए आठ दल शहर में भ्रमण कर छापामार कार्यवाही करेंगे। इसके लिए सभी गठित दलों का साप्ताहिक रोस्टर तैयार किया गया है। इसके साथ ही वृद्ध एवं बीमार भिक्षुओं के लिए शासकीय हमीदिया अस्पताल में इलाज के लिए विशेष वार्ड तैयार करने का निर्णय लिया गया है। इस संबंध में कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के निर्देशन में शुक्रवार को एडीएम प्रकाश नायक की अध्यक्षता एवं सभी एसडीएम की उपस्थिति में बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक में निर्णय लिया गया कि भिक्षुओं के लिए गठित दल रोस्टर की हिसाब से भोपाल के अनुविभागीय क्षेत्रों में भ्रमण करेगा। इसके साथ ही दलों में पुलिस विभाग, नगर निगम, श्रम, अनुसूचित जाति एवं जनजाति, महिला एवं बाल विकास, सामाजिक न्याय को शामिल किया गया है। संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय विभाग द्वारा बताया गया कि भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की स्माईल उपयोजना के तहत भोपाल जिला को भिक्षावृत्ति मुक्त बनाने के उद्देश्य से चयनित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि भिक्षावृत्ति में संलग्न व्यक्तियों के पुनर्वास के लिए विशेष रूप से आश्रय स्थल व भिक्षुक गृह की स्थापना की गई है। इस आश्रय स्थल के संचालन के लिए अनुभवी और सक्षम स्वैच्छिक संस्थाओं व संगठनों से 15 जुलाई 2025 शाम 5 बजे तक प्रस्ताव आमंत्रित किए गए हैं। बता दें कि कलेक्टर भोपाल द्वारा 3 फरवरी 2025 को भिक्षावृत्ति करने व भिक्षा देने पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया गया है।
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