हरिद्वार। खानपुर क्षेत्र में प्रस्तावित सिडकुल परियोजना को लेकर उठे विरोध के स्वर अब थमते नजर आ रहे हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजी गई शिकायत के जवाब में सिडकुल प्रबंधन ने स्पष्ट कर दिया है कि इस परियोजना के लिए स्वीकृत धनराशि को रोका नहीं जा सकता।
सिडकुल के प्रबंध निदेशक प्रतीक जैन द्वारा अपर सचिव औद्योगिक विकास विभाग को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि दिसम्बर 2023 में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में निवेशकों ने हरिद्वार के आसपास औद्योगिक भूमि की मांग की थी। चूंकि हरिद्वार सिडकुल में अब भूमि उपलब्ध नहीं है, ऐसे में खानपुर क्षेत्र में औद्योगिक क्षेत्र का विकास किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि परियोजना के तहत डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) को स्वीकृति मिल चुकी है। भारत सरकार द्वारा ऋण के रूप में धनराशि भी उपलब्ध करा दी गई है, और अवस्थापना विकास कार्यों की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है।
प्रतीक जैन ने कहा कि इस परियोजना से राज्य को लगभग 5000 करोड़ रुपये का पूंजी निवेश प्राप्त होगा, जिससे प्रत्यक्ष रूप से 5000 और अप्रत्यक्ष रूप से 10,000 लोगों को रोजगार मिलेगा। ऐसे में वित्तीय स्वीकृति को रोकना संभव नहीं है।
गौरतलब है कि जिला पंचायत सदस्य कुंवरानी देवयानी सिंह ने मुख्यमंत्री कार्यालय को पत्र भेजकर इस परियोजना की धनराशि रोके जाने की मांग की थी। इस संदर्भ में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के माध्यम से प्राप्त पत्र को अब स्पेशल क्लोज कर दिया गया है।
वहीं खानपुर में सिडकुल बनने की स्वीकृति मिल जाने से युवाओं में खुशी का माहौल है। क्षेत्र के युवाओं का कहना है कि खानपुर में सिडकुल लगेगा तो क्षेत्र के लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा, बेरोजगारी मिटेगी।