कहते हैं कि जब भक्त अपने आराध्य बाबा श्याम के दर्शन के लिए आते हैं तो वे न तो बोल पाते हैं और न ही अपना दुख-दर्द बयां कर पाते हैं। वे उनके प्रेम में इस कदर डूब जाते हैं। बाबा के भक्त एक पर्ची पर अपनी पीड़ा और मनोकामना लिखकर उसे नारियल से बांधकर मंदिर परिसर में बांध देते हैं। हे बाबा श्याम आप तो सब जानते हैं, हमारी मनोकामनाएं पूरी करो। जब भक्त की मनोकामना पूरी हो जाती है तो भक्त अपनी श्रद्धा के अनुसार बाबा को प्रसाद चढ़ाते हैं।
मंदिर समिति नारियल की नीलामी करती है
खाटूश्याम में इतने नारियल आते हैं कि उन्हें रखने की जगह नहीं होती। एक साल बाद मंदिर समिति टेंडर जारी कर नारियल की नीलामी करती है। फिर धार्मिक कार्यक्रमों के लिए उन्हें निशुल्क बांटती भी है। एनडीटीवी की टीम जब खाटू श्याम जी मंदिर परिसर में पहुंची तो हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की पर्चियां नारियल से बंधी हुई थीं, किसी ने जीवन में खुशहाली मांगी तो किसी ने बेटा मांगा।
मां की गुहार- बाबा मेरी बेटी की शादी करवा दो...
कुछ लोगों ने बाबा से अपनी बीमारियों के लिए भी प्रार्थना की। लोगों की आस्था और विश्वास का ही नतीजा है कि बाबा श्याम अपने भक्तों की सारी मनोकामनाएं पर्ची डालने मात्र से पूरी कर देते हैं। दिल्ली की एक महिला भक्त लिखती है कि बाबा मेरी बेटी की शादी करवा दो और उसे नौकरी लगवा दो।
मान्यता: बाबा श्याम भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं
इंदौर का एक भक्त लिखता है कि हे बाबा मेरे व्यापार में खुशहाली लाओ, मेरा व्यापार नहीं चल रहा है। इसे बढ़ाओ। एक भक्त लिखता है कि मेरी खेती बर्बाद हो गई है बाबा अब आप ही संभालो। भक्तों का कहना है कि बाबा उनकी पर्ची में लगाई गई फरियाद सुनते हैं। वे पर्ची पर लिखकर जो भी मांगते हैं, वह उन्हें मिल जाता है।
जून में 30 लाख से ज्यादा भक्तों ने किए दर्शन
खाटूश्याम में भक्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सिर्फ जून महीने की बात करें तो 30 लाख से ज्यादा श्याम भक्त उनके दर्शन कर चुके हैं। लोगों का मानना है कि बाबा सबकी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। बाबा के दर से कोई भी खाली हाथ नहीं लौटता।
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