शहर की कांकरोली थाना पुलिस के अनुसार बुधवार दोपहर करीब तीन बजे थाना क्षेत्र में एक बालिका के अपहरण के प्रयास की खबर आग की तरह फैल गई। बारह वर्षीय बालिका ने बताया कि वह पढ़कर लौट रही थी तभी कुछ युवकों ने उसका मुंह बंद कर कार में बैठाने का प्रयास किया। लेकिन उसके चिल्लाने पर एक युवक आया और वे उसे छोड़कर भाग गए। बालिका ने घर पहुंचकर यह बात परिजनों को बताई। इसके बाद परिजन व क्षेत्र के लोग रात करीब दस बजे कांकरोली थाने पहुंचे। सूचना मिलने पर कांकरोली थाना पुलिस ने पूरी रात सीसीटीवी कैमरे खंगाले, लेकिन सुबह तक कोई सुराग नहीं मिला। पुलिस ने आसपास के लोगों से भी पूछताछ की, लेकिन कुछ पता नहीं चलने पर पुलिस को शक हुआ। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेंद्र पारीक भी कांकरोली थाने पहुंचे और घटना की अपडेट ली।
ऐसे सामने आई सच्चाई
दोपहर तक जब पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला तो उन्होंने बारह वर्षीय बालिका से फिर बात की। घटना के दौरान उसके साथ एक छोटी बालिका भी थी। पुलिस ने छोटी बालिका से बात की तो उसने पूरी सच्चाई उगल दी। इसके बाद बारह वर्षीय बालिका ने बताया कि उसने अपनी दादी को डराने के लिए यह झूठी कहानी बनाई थी। इस पर कांकरोली थाना पुलिस ने राहत की सांस ली।
परिजनों से सुनी थी कहानी
पुलिस के अनुसार बालिका ने बताया कि वह अपने परिजनों से अपहरण की कहानी सुनती थी, जिसके आधार पर उसने अपनी दादी को डराने के लिए यह बात बताई थी, चाचा के डर से वह शाम तक अपने बयान पर अड़ी रही। उसने अपनी छोटी बहन से भी यही बात कहने को कहा था, लेकिन उसे नहीं पता था कि एक छोटा सा झूठ सबको परेशान कर देगा।
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