जून माह में डीएलबी की टीम ने की थी जांच
जून माह में भीनमाल शहर के मास्टर प्लान के कार्य का भुगतान बिना मार्गदर्शन करने के संबंध में जोधपुर की जांच टीम ने नगरपालिक पहुंच दस्तावेज की जांच की। जोनल डवपलमेंट के तहत भीनमाल शहर के मास्टर का कार्य जोधपुर की मेट्रो सर्वे सर्विस एवं कंस्ट्रक्शन फर्म द्वारा किया गया था। मास्टर प्लान का कार्य दस चरणों में किया जाना था। इसके बाद इसका ड्राफट तैयार किया जाना था। इसके एवज में जोधपुर की इस फर्म को कुल 2 करोड 94 लाख का भुगतान किया जाना था। लेकिन ईओ ने बिना सत्यापन व उच्च स्तरीय सक्षम स्वीकृति के बिना ही 29 फरवरी को चैक संख्या-83955 से 43 लाख 50 हजार व दूसरा भुगतान संख्या-001504 से 43 लाख 50 हजार 25 अप्रेल 2024 माह में कर दिया था।
विवादों में रहे ईओ झिंगोनिया
यहां नगरपालिका में ईओ झिंगोनिया का कार्यकाल भी विवादों में रहा है। इनके कार्यालय में शहर के विकास ठप पड़ा है। इसके अलावा बोर्ड की एक भी बैठक तक नहीं हुई। शहर में रोडलाइटें बंद है। सीसीटीवी भी बंद पड़े है। पार्षदों ने भी ईओ पर सहीं ढंग से व्यवहार नहीं करने व विकास कार्यों में रूचि नहीं रखने का आरोप लगाया था। यहां फल व सब्जी हाथ थैला मजदूरों ने भी ईओ कार्यालय का घेराव किया था।
नवीन मास्टर प्लान को लेकर कई लोगों की थी शिकायतें
सरकार की ओर से नए मास्टर प्लान का प्रारूप प्रकाशन जून-2023 में किया गया था। स्थानीय जानकारों ने मास्टर प्लान में कई खामियां बताई थी। वर्तमान में जहां आबादी बसी हुई है, उनके भी पेराफेरी क्षेत्र में रखा गया है। इसके अलावा क्षेत्रफल को नहीं बढ़ाने को लेकर भी सवाल खड़े हो गए थे। रोड व बाईपास भी बसी हुई आबादी क्षेत्र में दर्शा दिए थे। जिसको लेकर लोकायुक्त के पास भी कई शिकायतें पेंडिंग पड़ी थी।
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