राजस्थान में एक बार फिर मानसून सक्रिय हो गया है और बारिश का नया दौर शुरू हो गया है। बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के प्रभाव से प्रदेश के कई हिस्सों में अगले तीन दिनों तक तेज से बहुत तेज बारिश की संभावना जताई गई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने शनिवार को राज्य के 9 जिलों में भारी से अतिभारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। इसके तहत अलर्ट पर रखे गए जिलों में जयपुर, कोटा, झालावाड़, बूंदी, बारां, उदयपुर, प्रतापगढ़, डूंगरपुर और चित्तौड़गढ़ शामिल हैं।
राजधानी जयपुर में इस मौसमी सिस्टम का असर शुक्रवार देर रात से ही दिखने लगा। रातभर रुक-रुक कर बारिश होती रही, जिससे मौसम सुहावना हो गया है। शनिवार सुबह से ही शहर के कई इलाकों में बादलों की घनघोर गर्जना के साथ रिमझिम और कभी-कभी तेज बारिश देखने को मिली। तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई, जिससे लोगों को उमस और गर्मी से राहत मिली है।
मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में बने लो-प्रेशर सिस्टम के कारण अरब सागर से भी नमी युक्त हवाएं राजस्थान की ओर आ रही हैं। इसके चलते आगामी 72 घंटे में पूर्वी और दक्षिणी राजस्थान में भारी बारिश होने की संभावना है। विभाग ने खास तौर पर नदी-नालों के किनारे बसे इलाकों में सतर्कता बरतने की अपील की है, क्योंकि जलस्तर अचानक बढ़ सकता है।
बारिश से खेती को फायदा, लेकिन जलभराव की चुनौती भी
प्रदेश में हो रही बारिश का जहां एक ओर किसानों को फायदा हो रहा है, वहीं दूसरी ओर शहरों में जलभराव और ट्रैफिक जाम की समस्या भी देखने को मिल रही है। जयपुर के अलावा कोटा, बूंदी और बारां में भी शुक्रवार रात और शनिवार सुबह तेज बारिश की खबरें आई हैं। इन इलाकों में निचले इलाकों में पानी भर गया है और कई जगहों पर सड़कों पर कीचड़ व गड्ढों के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि यह बारिश खरीफ की फसलों, खासकर मक्का, सोयाबीन और मूंगफली के लिए बेहद फायदेमंद होगी। पहले सूखे जैसे हालातों से जूझ रहे किसान अब राहत की सांस ले रहे हैं। हालांकि, मौसम विभाग ने यह भी चेतावनी दी है कि कहीं-कहीं ओलावृष्टि या तेज हवाओं के साथ बारिश भी हो सकती है, जिससे फसलों को नुकसान भी हो सकता है।
प्रशासन अलर्ट मोड पर
मौसम विभाग की चेतावनी के बाद जिला प्रशासन ने संबंधित विभागों को अलर्ट कर दिया है। नगर निगम, आपदा प्रबंधन और जलदाय विभाग की टीमें जलभराव और विद्युत आपूर्ति की निगरानी कर रही हैं। वहीं, आम जनता से भी अपील की गई है कि वह अनावश्यक यात्रा से बचें और मौसम अपडेट पर नजर बनाए रखें।
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