राजस्थान के झुंझुनू में रविवार को एक दुखद घटना सामने आई है। शहर के मंड्रेला बाईपास स्थित स्वीमिंग पूल में रविवार को डूबने से 10 वर्षीय छात्र की मौत हो गई। मृतक की पहचान मयंक के रूप में हुई है। वह झुंझुनू स्थित अल्फा ट्यूशन सेंटर (सैनिक एवं मिलिट्री) में कक्षा 4 का छात्र था और हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रहा था। वहीं, मृतक के पिता ने अपने बेटे की मौत के लिए ट्यूशन सेंटर संचालक और स्वीमिंग पूल संचालक को जिम्मेदार ठहराया है।
बच्चों की निगरानी के लिए कोई इंतजाम नहीं
मृतक छात्र के पिता लॉयल निवासी मनोज काजला ने बताया कि ट्यूशन सेंटर संचालक संदीप पुत्र ओमप्रकाश नाई निवासी कैहरपुरा कला उसके बेटे मयंक को सेंटर के अन्य स्टाफ के साथ रविवार को बिना अनुमति के झुंझुनू के मंड्रेला बाईपास स्थित सारा पैलेस स्वीमिंग पूल में ले गया। छात्र मयंक को नहाने के लिए स्वीमिंग पूल में उतार दिया, जबकि स्वीमिंग पूल में न तो कोई प्रशिक्षित लाइफगार्ड था और न ही ट्यूशन स्टाफ की ओर से बच्चों की निगरानी के लिए कोई उचित इंतजाम किए गए थे।
मृतक छात्र तैरना नहीं जानता था और ट्यूशन स्टाफ को यह बात पहले से पता थी, फिर भी उसे बिना किसी सुरक्षा उपाय के पूल में उतार दिया गया। बच्चे के डूबने के बाद हंगामा मच गया और उसे आनन-फानन में बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। माणिक के पिता ने अपने बेटे की मौत के लिए सीधे तौर पर ट्यूशन सेंटर संचालक, स्टाफ और स्विमिंग पूल संचालक को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने इन सभी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की भी मांग की है। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है।
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