जस्थान के झीलों की नगरी उदयपुर में स्थित सिटी पैलेस न सिर्फ एक भव्य महल है, बल्कि यह मेवाड़ की शौर्यगाथा, वास्तुकला और राजसी जीवनशैली का जीवंत प्रमाण भी है। पिचोला झील के किनारे बसा यह विशाल परिसर पर्यटकों के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र है, जो इतिहास, शाही ठाठ और स्थापत्य कला में रुचि रखने वालों को बेहद भाता है।
सिटी पैलेस के अंदर क्या है खास?
सिटी पैलेस महज एक महल नहीं, बल्कि कई महलों, गलियारों, आंगनों, छतरियों और मंदिरों का संग्रहीत परिसर है। इसका निर्माण 1559 ई. में महाराणा उदय सिंह द्वितीय ने शुरू कराया था, जिसे बाद के राजाओं ने भी विस्तार दिया। इसमें राजस्थानी और मुगल वास्तुकला का अनूठा मिश्रण देखने को मिलता है।
मुख्य आकर्षणों की सूची में शामिल हैं:
मोर चौक (Peacock Courtyard): यह स्थान अपनी रंगीन कांच की कलाकारी और तीन सुंदर मोर आकृतियों के लिए प्रसिद्ध है।
झरोकों वाले महल (Jharokha Mahal): यहाँ से झील और शहर का मनमोहक दृश्य देखने को मिलता है।
कृष्णा विलास और शीश महल: भव्य आंतरिक सजावट, शीशे की कारीगरी और चित्रकला का अद्भुत संग्रह।
दरबार हॉल: यहाँ शाही सभाएं हुआ करती थीं। छत पर सोने की पत्तियों से बनी सजावट और विशाल झूमर आज भी रॉयल्टी का एहसास दिलाते हैं।
राज्य संग्रहालय (City Palace Museum): पुराने समय के हथियार, शाही वस्त्र, पेंटिंग और उपयोग की वस्तुएं यहाँ संग्रहित हैं।
प्रवेश शुल्क (बेसिक) | ₹ 30 – ₹ 100 | ₹ 300 – ₹ 500 |
संग्रहालय टिकट | ₹ 250 – ₹ 300 | ₹ 700 – ₹ 1,000 |
फुल टूरिस्ट पास | ₹ 500 – ₹ 600 | ₹ 1,000 – ₹ 1,200 |
फोटोग्राफी/वीडियोग्राफी चार्ज | ₹ 250 (केमरा) | समान |
घूमने का सही समय और टाइमिंग
सिटी पैलेस घूमने के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक माना जाता है जब मौसम सुहावना होता है। गर्मियों में तापमान अधिक होने से दोपहर में घूमना थोड़ा कठिन हो सकता है।
टाइमिंग:
प्रवेश समय: सुबह 9:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक
संग्रहालय समय: 10:00 AM – 5:00 PM
ध्यान दें: टिकट काउंटर आमतौर पर शाम 5 बजे तक खुला रहता है।
कैसे पहुंचे सिटी पैलेस?
उदयपुर भारत के प्रमुख शहरों से सड़क, रेल और हवाई मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा है।
हवाई मार्ग: नजदीकी एयरपोर्ट महाराणा प्रताप एयरपोर्ट (डबोक) है, जो सिटी पैलेस से लगभग 25 किमी दूर है। यहां से टैक्सी या कैब मिल जाती हैं।
रेल मार्ग: उदयपुर सिटी रेलवे स्टेशन से सिटी पैलेस की दूरी लगभग 3 किमी है। ऑटो या कैब आसानी से मिल जाती है।
सड़क मार्ग: राजस्थान के सभी प्रमुख शहरों से बस और टैक्सी की सुविधाएं उपलब्ध हैं।
घूमने का फुल ट्रैवल प्लान
यदि आप उदयपुर में 2 दिनों का प्लान बना रहे हैं, तो सिटी पैलेस को पहले दिन के सुबह के हिस्से में रखें ताकि भीड़ से बचा जा सके। इसके बाद आप पिचोला झील की बोट राइड, जग मंदिर, बागोर की हवेली और सज्जनगढ़ फोर्ट देख सकते हैं।
Day 1:
सुबह: सिटी पैलेस विजिट
दोपहर: लोकल रेस्टोरेंट में राजस्थानी थाली
शाम: पिचोला झील में सनसेट बोट राइड
Day 2:
सुबह: सज्जनगढ़ किला (मानसून पैलेस)
दोपहर: लोक कला मंडल और बागोर की हवेली
रात: लोक नृत्य शो और खरीदारी
खास टिप्स:
कैश और ऑनलाइन दोनों मोड में टिकट मिलते हैं।
गाइड लेना हो तो आधिकारिक गाइड बुक करें, लोकल गाइड भ्रमित कर सकते हैं।
आरामदायक जूते पहनें क्योंकि पैलेस में काफी पैदल चलना पड़ता है।
गर्मियों में पानी की बोतल साथ रखें।
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