राजस्थान रोडवेज में विभिन्न मांगों को लेकर सिरोही डिपो व आबूरोड डिपो में कार्यरत बस सारथियों द्वारा आवेदन नहीं किए जाने से इस माह 25 रूटों पर बसों का संचालन बंद कर दिया गया है। इससे यात्रियों को गर्मी में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। विभिन्न मांगों को लेकर बस सारथियां 1 जून से काम पर नहीं आ रही हैं। सिरोही डिपो में 20 व आबूरोड में 17 बस सारथियां काम नहीं कर रही हैं। जिससे रोडवेज बसों का निर्धारित रूटों पर संचालन नहीं हो रहा है। ऐसे में यात्रियों को आवागमन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही रोडवेज को भी प्रतिदिन लाखों रुपए का घाटा हो रहा है।
इसलिए नहीं कर रहे आवेदन
सिरोही डिपो व आबूरोड डिपो में कार्यरत सभी बस सारथियां कम मानदेय, यात्रियों से राजस्व वसूली का लक्ष्य और टिकट चेकिंग में मामूली गलतियों पर ब्लैक लिस्ट करने जैसी शर्तों का विरोध कर रही हैं। निगम ने 35 रुपए प्रति किलोमीटर राजस्व का नया लक्ष्य तय करने व 3 बस सारथियों को ब्लैक लिस्ट करने का निर्णय लिया था। जिससे उनमें रोष है। ऐसे में दिनभर सिरोही डिपो में यात्रियों की भीड़ देखने को मिली। बस सारथियों के काम पर नहीं आने से अधिकांश रूटों पर रोडवेज बसें नहीं चल पाई, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी हुई।
उदयपुर व जोधपुर रूट पर सबसे ज्यादा बसें निरस्त
बस सारथियों के काम पर नहीं आने से उदयपुर व जोधपुर रूट पर चलने वाली अधिकांश रोडवेज बसें नहीं चल पाई। जिससे यात्रियों को आवागमन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। सिरोही डिपो में 15 व आबूरोड में 10 रूट निरस्त किए गए। मंगलवार को दिनभर सिरोही से उदयपुर के लिए मात्र चार रोडवेज बसें संचालित हुई, वह भी तीन घंटे के अंतराल पर। इधर, आबूरोड से मात्र एक बस संचालित हुई। ऐसे में यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए निजी वाहनों में सफर करना पड़ा।
हर दिन 4.20 लाख रुपए के राजस्व का नुकसान
बस सारथियों के काम पर नहीं आने से सिरोही व आबूरोड के डिपो में हर दिन करीब 12 हजार किलोमीटर का सफर निरस्त हो रहा है। सिरोही डिपो में 5 हजार किलोमीटर तथा आबूरोड डिपो में 7 हजार किलोमीटर की यात्रा निरस्त हो रही है। ऐसे में रोडवेज को हर दिन करीब 4.20 लाख रुपए का राजस्व घाटा हो रहा है।
इनका कहना है
रोडवेज निगम में कार्यरत बस चालकों द्वारा इस माह आवेदन नहीं करने से सिरोही डिपो में 15 रूट बंद हो गए हैं। बस चालकों को हर माह आवेदन करना होता है, लेकिन इस बार उन्होंने आवेदन नहीं किया। सिरोही में 20 बस चालक कार्यरत थे। हालांकि कई रूटों पर स्थाई कर्मचारियों द्वारा बसों का संचालन किया जा रहा है, लेकिन उदयपुर, जोधपुर सहित अन्य रूटों पर बसें कम चली हैं। सिरोही डिपो में हर दिन 5 हजार किलोमीटर की यात्रा निरस्त हो रही है।
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