बीकानेर न्यूज़ डेस्क, बीकानेर पीडब्ल्यूडी ने बीकानेर पूर्व की 13 और पश्चिम की 14 सड़कों के टेंडर किए थे। पश्चिम में तो तीन सड़कें बन गईं मगर पूर्व में अभी सिर्फ एक ही चाटा फैक्ट्री से माताजी मंदिर और डूडी धर्मकांटे वाली सड़क बनी है। कलेक्टर आवास के सामने सिविल लाइंस की वह सड़क बनी जो पिछले साल से मंजूर थी।पश्चिम की कुछ सड़कें और पूर्व में सिर्फ एक ही सड़क ऐसी है जो डामर डाले जाने की स्थिति में आ सकी है। जब ग्राउंड सर्वे में पीडब्ल्यूडी की पहले से की जा रही तैयारियों के मुताबिक जमीन पर काम नजर नहीं आया। इन सड़कों के टेंडर बहुत पहले गए थे। वर्क आर्डर भी जारी हो गया था। ठेकेदारों की धीमी चाल को लेकर चिंता इस नाते है क्योंकि पीडब्ल्यूडी के पास सड़कें बनाने के लिए सिर्फ दो महीना ही है। नवंबर के अंत या दिसंबर में तापमान इतना कम हो जाएगा कि डामर का काम हो ही नहीं पाएगा। उस कारण लोगों को फिर फरवरी-मार्च तक इंतजार करना पड़ेगा।
यूआईटी का सिर्फ पैचवर्क, नई नॉनपैचेबल सड़क की सूची नहीं यूआईटी ने अभी तक पैचवर्क ही शुरू कराया है। पैचवर्क का भी सड़कों से मिलान नहीं किया जा रहा। जहां पैच ठीक किए वहां ठोकरें लग रही हैं। राजपूत हॉस्टल के पास सड़क का पैच किया गया। इतनी ऊंची ठोकरें बन गई कि वाहनों में झटका लग रहा है। दीनदयाल सर्किल से करणीनगर वाली सड़क यूआईटी नई बनाने पर विचार तो कर रही पर नगर निगम की ओर से किए गए टाइल्स के टेंडर के कारण उस सड़क का अब तक टेंडर नहीं हुआ। व्यास कॉलोनी वाली रोड पर भी काम शुरू नहीं हुआ। यूआईटी का तर्क है कि अभी सूची तैयार कर रहे हैं।
रोडवेज बस स्टैंड के सामने सीवर ओवर फ्लो होने से फिर धंसी सड़क
शुक्रवार को रोडवेज बस स्टैंड के सामने सीवर के पानी से बने गडढे में कई वाहन धंस गए। सड़क तालाब बन गई। ये हालात एकाएक नहीं बने। दो दिन से सीवर ओवर फ्लो हो रहा था। यहां फोर लेन का भी काम चल रहा है। सीवर की दशा देश पीडब्ल्यूडी एक्सईएन ने गुरुवार की रात से शुक्रवार सुबह तक नगर निगम के एक्सईएन, एसई, उपायुक्त, आयुक्त, कलेक्टर और डीएलबी डायरेक्टर तक को वीडियो और फोटो भेजे। सीवर ठीक कराने को कहा। जब तक निगम जागता तब तक सड़क के हालात भयावह हो गए। दोपहर होते-होते हालात इतने विकट हो गए कि वाहन फंसने लगे। जाम लग गया। सड़क तालाब बन गई। इस स्थान पर पिछले एक साथ में तीसरी बार सीवरेज जाम हुई है। यहां कभी एक माह से कम समय में काम नहीं हुआ।
दीनदयाल सर्किल से शहर के सबसे पॉश इलाके करणीनगर की ओर जाएं तो रजिस्ट्रार आफिस के आगे बाई ओर की सड़क गायब है। निकलने के लिए डामर की सिर्फ तीन फीट जगह बची है। ये वही रोड है जहां नगर निगम ने कुछ समय पहले साइड में टाइल्स लगाने का टेंडर किया है, रोड यूआईटी की है लेकिन यूआईटी ने अब तक इस रोड को बनाने की की प्रक्रिया ही शुरू नहीं की।
बीबीएस स्कूल से व्यास कॉलोनी थाने वाली रोड पर तीन दर्जन से ज्यादा गड्ढे ऐसे हैं जहां चार पहिया वाहन झूला सा झूलने लगते हैं। बारिश में जगह-जगह सड़क खोदी गई तो कहीं गहरे गड्ढे बन गए। पॉश इलाके की मुख्य सड़क होने के बाद भी अब तक इसके भी दिन नहीं बहुर सके। नगर निगम और पेट्रोल पंप के बीच से पुरानी गिन्नाणी माता जी मंदिर के पास से सीधी जाने वाली सड़क पिछले साल ही बनी थी। ये अभी लाइबिलिटी पीरियड में हैं। गहरे गडढे हैं। संबंधित विभाग इसकी सुध नहीं ले रहा। ठेकेदार को नोटिस दिया पर उसने अनुसनी कर दी। कलेक्टर भी कहकर थक गई मगर लोगों को गडढों में चलना पड़ रहा है।
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