म्युचुअल फंड के सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए वेल्थ क्रिएशन किया जा सकता है। निवेश का यह विकल्प लंबे समय तक अनुशासित निवेश को बढ़ावा देता है। लेकिन कई बार निवेशक अनजाने में या जल्दबाजी में अपने एसआईपी निवेश को बंद कर देते हैं। जिसके कारण उन्हें नुकसान हो जाता है। यदि आप भी अपने एसआईपी निवेश को बंद करना चाहते हैं तो उसके पहले आपको जरूरी 5 बातों को जान लेना चाहिए। एसआईपी बंद करने से पहले इन पांच बातों पर गौर करें 1. सबसे पहले कारण समझेंआपको एसआईपी बंद करने से पहले यह पता होना चाहिए कि आप यह फैसला क्यों ले रहे हैं। इसके पीछे के कई कारण हो सकते हैं जैसे वित्तीय तंगी, बाजार की और अस्थिरता, बेहतर निवेश के विकल्प आदि। यदि आपने एसआईपी में निवेश की शुरुआत लंबी अवधि के लक्ष्य के साथ की थी तो बाजार की छोटी-मोटी उतार-चढ़ाव के कारण एसआईपी को बंद ना करें। 2. कंपाउंडिंग लाभ को नजरअंदाज न करें सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान में निवेश रोकने से पहले आपको कंपाउंडिंग के लाभ का अंदाजा लगा लेना चाहिए। आप जितने ज्यादा समय तक निवेश को जारी रखते हैं उतना ज्यादा कंपाउंडिंग का लाभ मिलेगा। जल्दबाजी में एसआईपी को बंद कर देते हैं तो कंपाउंडिंग के लाभ से वंचित हो सकते हैं। इसीलिए कोशिश करें कि आपका निवेश लगभग 7 से 10 साल तक जारी रहे। 3. टैक्स के प्रभाव को समझें एसआईपी बंद करना म्युचुअल फंड यूनिट्स को रिडीम करना और उसके साथ कुछ लागत से जुड़ी हो सकती है। कई म्युचुअल फंड में एग्जिट लोड भी होता है, तय समय से पहले यूनिट्स बेचने पर लगता है। इसके अलावा यदि आप 1 साल के अंदर ही सील कर देते हो तो आपको शॉर्ट टर्म कैपिटल गैन टैक्स का भुगतान करना होगा। इसलिए यूनिट सेल करने से पहले आपको टैक्स के नियमों के बारे में जान लेना चाहिए। 4. अपने वित्तीय लक्ष्यों से ना करें समझौता एसआईपी शुरू करने से पहले आपको अपना वित्तीय गोल सेट कर लेना चाहिए। जैसे घर खरीदना बच्चों की पढ़ाई करना या फिर रिक्वायरमेंट। इसलिए जब तक आपका वित्तीय लक्ष्य पूरा ना हो तब तक एसआईपी बंद करने से बचना चाहिए। यदि आपको शिप भर लग रही है तो उसे बंद करने के बजाय उसे आप कम कर सकते हैं। 5. निवेश के वैकल्पिक विकल्पों का करें मूल्यांकनकई लोग म्युचुअल फंड से पैसा निकालकर निवेश के अन्य विकल्पों में पैसा लगाने की सोचते हैं। यदि आप भी ऐसा चाह रहे हैं तो पहले नए विकल्प के रिस्क रिटर्न और लिक्विडिटी की जांच कर लें। कई बार जल्दबाजी में लोग इन चीजों को नजरअंदाज कर देते हैं। आप एसआईपी बंद करने से पहले किसी फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह ले सकते हैं। इसके अलावा निवेश बंद करने से पहले बाजार की स्थिति और फंड के प्रदर्शन को समझे अगर आप शिप बंद करने की सोच रहे हैं तो पहले इमरजेंसी फंड तैयार कर ले ताकि आपको निवेश से पैसा निकालना ना पड़े।
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