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टैरिफ तनाव के बीच सरकार ने संभाली कमान, शुरू किया ट्रेड हेल्पडेस्क

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अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर देखने को मिल रही है. लगातार दोनों देश एक दूसरे पर टैरिफ बढ़ाते जा रहे हैं. ऐसे माहौल में भारत भी खाली नहीं बैठा है. डिपार्टमेंट ऑफ कॉमर्स और DGFT (डायरेक्टरेट जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड) पल-पल की गतिविधियों पर पैनी नजर बनाए हुआ है. दुनिया भर में नए ट्रेड मेजर्स के सामने आने के साथ भारत न्यू एक्सपोर्ट पॉसिबिलिटीज और बढ़ते आयात दबाव को सावधानीपूर्वक संभाल रहा है. इन बदलते बिजनेस चैलेंजेस के जवाब में सरकार ने एक्सपोर्टर और इंपोर्टर से अनुरोध किया है कि वे किसी भी देश या प्रोडक्ट सेक्टर से संबंधित निर्यात की संभावनाओं में आए बदलाव या इंपोर्ट के दबाव में हुई बढ़ोतरी की जानकारी तुरंत शेयर करें. ग्लोबल बिजनेस असिस्टेंस के लिए DGFT का नया पोर्टल शुरूDGFT ने ग्लोबल ट्रेड और टैरिफ रिलेटेड प्रॉब्लम्स के समाधान के लिए एक 'ग्लोबल टैरिफ एंड ट्रेड हेल्पडेस्क' शुरू किया है. यह प्लेटफॉर्म इंपोर्ट-एक्सपोर्ट से जुड़े पक्षों को विभिन्न चुनौतियों से निपटने में मदद करेगा. जैसे कि इंपोर्ट में अचानक बढ़ोतरी या डंपिंग, EXIM क्लियरेंस की अड़चनें, लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन में रुकावटें, फाइनेंशियल या बैंकिंग प्रॉब्लम्स और रेगुलेटरी और कंप्लायंस इश्यू.यह हेल्पडेस्क न केवल समस्याओं के समाधान में सहायता करेगा, बल्कि विभिन्न मंत्रालयों, विभागों और राज्य एजेंसियों के लिए बिजनेस से जुड़े इनपुट एकत्र करने का एक केंद्रीकृत माध्यम भी बनेगा, जिससे जल्दी एक्शन लिया जा सके. DGFT के नए पोर्टल के जरिए प्रॉब्लम्स बताने की प्रोसेस
  • किसी मुद्दे को उठाने के लिए सबसे पहले DGFT की ऑफिशियल वेबसाइट https://dgft.gov.in पर जाना है.
  • इसके बाद सर्विस में जाकर DGFT हेल्पडेस्क सर्विस में जाना है.
  • अब आप वहां पर अपनी रिक्वेस्ट को क्रिएट करें और प्रॉब्लम्स के बारे में लिखें.
  • इसके बाद 'Global Tariff and Trade and Issues' कैटेगरी के अंतर्गत उपयुक्त सब-कैटेगरी (जैसे - इंपोर्ट चैलेंग, अदर इश्यू या सजेशन) को सिलेक्ट करें और वहां मांगी जा रही अन्य जानकारियों को देने के बाद अपनी रिक्वेस्ट को सबमिट कर दीजिए.
DGFT ने हेल्पडेस्क भी स्थापित कियाबिजनेस से रिलेटेड प्रॉब्लम्स के समाधान के लिए DGFT ने हेल्पडेस्क भी स्थापित किया है. ईमेल के माध्यम से संपर्क कर सकते हैं. ईमेल एड्रेस dgftedi@nic.in है. इमेल में सबजेक्ट 'Global Tariff and Trade Helpdesk' रखना है. इसके साथ ही अपना नाम, ऑर्गेनाइजेशन या बिजनेस का नाम, ईमेल ID, मोबाइल नंबर सहित अन्य जानकारी देना है, जिससे वह आपसे संपर्क कर सकें. टोल-फ्री नंबर के माध्यम से भी DGFT से कर सकते हैं संपर्कटोल-फ्री नंबर: 1800-111-550 समस्या की स्थिति ट्रैकिंगआप अपनी दर्ज की गई समस्याओं की स्थिति DGFT हेल्पडेस्क के माध्यम से ट्रैक कर सकते हैं. अपडेट्स के बारे में आपको ईमेल और SMS के माध्यम से सूचित किया जाएगा.
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