इंडिक्यूब स्पेसेस लिमिटेड आईपीओ सब्सक्रिप्शन के दूसरे दिन सब्सक्राइब हो गया है। 23 जुलाई को सब्सक्रिप्शन के लिए खुले इस इश्यू को 93 प्रतिशत सब्सक्रिप्शन मिला था। रिटेल कैटेगरी 3.63 गुना, एनआईआई कैटेगरी 0.83 गुना और क्यूआईबी कैटेगरी 0.06 गुना बुक हुई थी।
बोली प्रक्रिया के दूसरे दिन दोपहर 1.35 बजे तक यह इश्यू 1.61 गुना बुक हो गया है। रिटेल इन्वेस्टर्स का रुझान सबसे ज्यादा नजर आया और यह कैटेगरी लगभग 6 गुना बुक हो गई है। एनआईआई कैटेगरी 1.38 गुना और क्यूआईबी कैटेगरी 0.27 गुना बुक हुई।
इंडिक्यूब स्पेसेस आईपीओ 700 करोड़ रुपये का एक बुक बिल्डिंग इश्यू है। यह 650 करोड़ रुपये मूल्य वाले 2.74 करोड़ शेयरों का फ्रेश इश्यू और 50 करोड़ रुपये मूल्य वाले 21 लाख ऑफर फॉर सेल शेयरों का कॉम्बिनेशन है। प्राइस बैंड 225-237 रुपये प्रति शेयर है। एक एप्लिकेशन के साथ न्यूनतम लॉट साइज 63 शेयरों का है। रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए न्यूनतम निवेश राशि 14 हजार 175 रुपये है।
बाजार विश्लेषकों के अनुसार अनलिस्टेड मार्केट में Indiqube Spaces IPO GMP 14 रुपये है जो कैप प्राइस की तुलना में 5.9 प्रतिशत अधिक है। इस इश्यू का उच्चतम जीएमपी 40 रुपये रहा है।
IndiQube Spaces Limited टेक-ड्रिवन और सस्टेनेबल वर्कप्लेस सॉल्यूशन प्रदान करती है। मार्च 2025 तक कंपनी 15 शहरों में 115 सेंटर का पोर्टफोलियो संभाल रही है, जिसमें 105 ऑपरेशनल और 10 निर्माणाधीन सेंटर्स शामिल हैं। 2023 से 2025 के बीच, कंपनी ने 41 नई प्रॉपर्टीज जोड़ीं और 5 नए शहरों में विस्तार किया।
इंडीक्यूब पुरानी इमारतों को मॉडर्न, टिकाऊ ऑफिस स्पेस में बदलने के लिए लैंडलॉर्ड के साथ साझेदारी करती है। फिलहाल, इसके 25% से ज्यादा प्रॉपर्टी रिनोवेटेड हैं। 31 मार्च 2025 और 31 मार्च 2024 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष के बीच इंडिक्यूब स्पेसेस लिमिटेड के राजस्व में 27% की वृद्धि हुई और कर के बाद लाभ (पीएटी) में 59% की वृद्धि हुई। वित्त वर्ष 25 में कंपनी का रेवेन्यू 1102.93 करोड़ रुपये और घाटा 139.62 करोड़ रुपये था।
इंडीक्यूब स्पेसेस आईपीओ से प्राप्त शुद्ध आय का उपयोग नए सेंटर्स की स्थापना से संबंधित पूंजीगत खर्चों को पूरा करने के लिए, कंपनी द्वारा लिए गए कुछ ऋणों का पूर्ण या आंशिक रूप से पुनर्भुगतान या भुगतान के लिए और शेष राशि का उपयोग सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतों को पूरा करने के लिए करेगी।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
बोली प्रक्रिया के दूसरे दिन दोपहर 1.35 बजे तक यह इश्यू 1.61 गुना बुक हो गया है। रिटेल इन्वेस्टर्स का रुझान सबसे ज्यादा नजर आया और यह कैटेगरी लगभग 6 गुना बुक हो गई है। एनआईआई कैटेगरी 1.38 गुना और क्यूआईबी कैटेगरी 0.27 गुना बुक हुई।
इंडिक्यूब स्पेसेस आईपीओ 700 करोड़ रुपये का एक बुक बिल्डिंग इश्यू है। यह 650 करोड़ रुपये मूल्य वाले 2.74 करोड़ शेयरों का फ्रेश इश्यू और 50 करोड़ रुपये मूल्य वाले 21 लाख ऑफर फॉर सेल शेयरों का कॉम्बिनेशन है। प्राइस बैंड 225-237 रुपये प्रति शेयर है। एक एप्लिकेशन के साथ न्यूनतम लॉट साइज 63 शेयरों का है। रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए न्यूनतम निवेश राशि 14 हजार 175 रुपये है।
बाजार विश्लेषकों के अनुसार अनलिस्टेड मार्केट में Indiqube Spaces IPO GMP 14 रुपये है जो कैप प्राइस की तुलना में 5.9 प्रतिशत अधिक है। इस इश्यू का उच्चतम जीएमपी 40 रुपये रहा है।
IndiQube Spaces Limited टेक-ड्रिवन और सस्टेनेबल वर्कप्लेस सॉल्यूशन प्रदान करती है। मार्च 2025 तक कंपनी 15 शहरों में 115 सेंटर का पोर्टफोलियो संभाल रही है, जिसमें 105 ऑपरेशनल और 10 निर्माणाधीन सेंटर्स शामिल हैं। 2023 से 2025 के बीच, कंपनी ने 41 नई प्रॉपर्टीज जोड़ीं और 5 नए शहरों में विस्तार किया।
इंडीक्यूब पुरानी इमारतों को मॉडर्न, टिकाऊ ऑफिस स्पेस में बदलने के लिए लैंडलॉर्ड के साथ साझेदारी करती है। फिलहाल, इसके 25% से ज्यादा प्रॉपर्टी रिनोवेटेड हैं। 31 मार्च 2025 और 31 मार्च 2024 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष के बीच इंडिक्यूब स्पेसेस लिमिटेड के राजस्व में 27% की वृद्धि हुई और कर के बाद लाभ (पीएटी) में 59% की वृद्धि हुई। वित्त वर्ष 25 में कंपनी का रेवेन्यू 1102.93 करोड़ रुपये और घाटा 139.62 करोड़ रुपये था।
इंडीक्यूब स्पेसेस आईपीओ से प्राप्त शुद्ध आय का उपयोग नए सेंटर्स की स्थापना से संबंधित पूंजीगत खर्चों को पूरा करने के लिए, कंपनी द्वारा लिए गए कुछ ऋणों का पूर्ण या आंशिक रूप से पुनर्भुगतान या भुगतान के लिए और शेष राशि का उपयोग सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतों को पूरा करने के लिए करेगी।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
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