नई दिल्ली: भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा कदम उठाया जा रहा है. इलेक्ट्रिक राइड-हेलिंग स्टार्टअप ब्लू स्मार्ट अब अपने संचालन मॉडल में बदलाव करने जा रही है. कंपनी एक हाइब्रिड मॉडल लाने पर विचार कर रही है, जिसके तहत उसकी सेवाएं न केवल उसके स्वयं के प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होंगी, बल्कि उबर ग्रीन प्लेटफॉर्म पर भी मौजूद रहेंगी. ब्लू स्मार्ट की कैब्स अब उबर ग्रीन पर भीसूत्रों के अनुसार, ब्लू स्मार्ट अपनी इलेक्ट्रिक कैब्स को उबर के ग्रीन कैटेगरी के तहत पेश करेगी. उबर ग्रीन एक विशेष श्रेणी है जो केवल इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) को शामिल करती है. इस पहल का उद्देश्य भारत में शून्य-उत्सर्जन यात्रा को बढ़ावा देना है. वर्तमान में, उबर ग्रीन चार शहरों में सक्रिय है और यह सेवाएं फ्लीट पार्टनर्स के साथ साझेदारी में चलाई जा रही हैं.उबर ने अब तक लीथियम अर्बन टेक्नोलॉजीज, एवरेस्ट फ्लीट, मूव और रीफेक्स ग्रीन मोबिलिटी के साथ साझेदारी की है. ब्लू स्मार्ट का दिल्ली-एनसीआर में दबदबाब्लू स्मार्ट फिलहाल भारत में करीब 8,500 इलेक्ट्रिक कारों के बेड़े के साथ काम कर रही है, जिनमें से ज्यादातर दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में चल रही हैं. यह क्षेत्र कंपनी का सबसे बड़ा परिचालन क्षेत्र है. हाइब्रिड मॉडल अपनाने से कंपनी को अपने वाहनों के उपयोग की दर बढ़ाने और अधिक यात्रियों तक पहुंचने में मदद मिलेगी. उबर की 2040 तक का लक्ष्यउबर ने वैश्विक स्तर पर 2040 तक एक शून्य-उत्सर्जन मोबिलिटी प्लेटफॉर्म बनने का लक्ष्य रखा है. ब्लू स्मार्ट जैसी कंपनियों के साथ साझेदारी इस दिशा में एक मजबूत कदम है.
Next Story

क्या उबर और ब्लू स्मार्ट का हाइब्रिड मॉडल भारत की इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को बदल देगा?
Send Push