अल्फाबेट की गूगल ने प्लेटफॉर्म्स और डिवाइसेज यूनिट के सैकड़ो कर्मचारियों की छंटनी कर दी है. ये कर्मचारी एंड्रॉइड सॉफ्टवेयर, पिक्सेल फोन और क्रोम ब्राउज़र पर काम कर रहे थे. हाल ही में एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया कि कंपनी के पुनर्गठन और लागत में कटौती के कारण यह नौकरी की कटौती की गई है. टेक क्षेत्र में पिछले काफी समय से व्यापक स्तर पर जॉब कट की जा रही है. कर्मचारियों के लिए जनवरी महीने में शुरू किया था निकासी कार्यक्रमगूगल ने जनवरी 2025 में इसी यूनिट में काम कर रहे कर्मचारियों के लिए स्वैच्छिक निकास कार्यक्रम शुरू किया था. यह कार्यक्रम अमेरिका में काम कर रहे हैं उन कर्मचारियों के लिए था, जो एंड्रॉयड और पिक्सल टीम के विलय के बाद कंपनी के लक्ष्य के अनुरूप काम नहीं कर पा रहे थे. उन कर्मचारियों को कंपनी से बाहर निकालने के लिए मौका देने के लिए इसकी शुरुआत की गई थी. जिसमें उन्हें विच्छेद पैकेज भी दिया जा रहा था. गूगल में छंटनी की आधिकारिक घोषणा नहींऐसा माना जा रहा है कि कंपनी के सीईओ के द्वारा लागत दक्षता बढ़ाने के लिए यह एक स्ट्रैटेजिक कदम हो सकता है. हालांकि अभी तक गूगल की तरफ से आधिकारिक तौर पर यह नहीं बताया गया है कि यह छंटनी किन क्षेत्रों को केंद्रित करके की गई है और कितने कर्मचारी प्रभावित हुए हैं. एचआर और क्लाउड डिपार्टमेंट पर गिरी थी गाज इसके पहले गूगल ने फरवरी 2025 में एचआर और क्लाउड डिवीजन के कर्मचारियों की छंटनी की थी. कंपनी ने उस समय भी लागत में कटौती और एआई क्षेत्र में निवेश बढ़ाने की रणनीति के अंतर्गत कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था. कर्मचारियों के लिए स्वैच्छिक निकास कार्यक्रम शुरू किया गया,जो मार्च 2025 से लागू हुआ. जिसमें सीनियर और मिड लेवल कर्मचारियों को नौकरी छोड़ने पर 14 वीक के वेतन के साथ-साथ जितने भी साल काम किया है उसके लिए एक अतिरिक्त सप्ताह का विच्छेद पैकेज ऑफर किया गया था. इसके अलावा क्लाउड डिवीजन, जिसमें कस्टमर एक्सपीरियंस, सेल्स ऑपरेशंस और गो-टू-मार्केट डिपार्टमेंट में काम कर रहे कर्मचारियों को भी नौकरी से निकल गया था. अमेरिका के कुछ कर्मचारियों को मेक्सिको और भारत में भेजा गया जबकि कुछ को अमेरिका के भीतर ही समेकित किया गया.
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