आजकल, ऑफिस से छुट्टी लेना लोगों के लिए एक चुनौती बन गया है। चाहे वह छात्र हो या किसी बड़ी कंपनी का कर्मचारी, सभी छुट्टी मांगने के लिए तरह-तरह के बहाने बनाते हैं। लेकिन जब बहाने खत्म हो जाते हैं, तो कुछ लोग अपने परिवार के सदस्यों की मृत्यु का बहाना बनाकर छुट्टी ले लेते हैं। आमतौर पर, नागरिकों की छुट्टी मांगने की प्रक्रिया समझ में आती है, लेकिन जब बात पुलिसकर्मियों की होती है, तो उनके लिए छुट्टी लेना किसी सपने से कम नहीं होता। त्योहारों के दौरान, जबकि आम लोग छुट्टी का आनंद लेते हैं, पुलिसकर्मियों को अधिक काम करना पड़ता है। इस दौरान, उन्हें अपने परिवार से दूर रहने के कारण कई शिकायतों का सामना करना पड़ता है।
एक कांस्टेबल की अनोखी छुट्टी की कहानी
जब भी किसी पुलिसकर्मी को छुट्टी की आवश्यकता होती है, वह अपनी अर्जी प्रस्तुत करते हैं। लेकिन अक्सर उनकी अर्जी खारिज कर दी जाती है। हाल ही में, एक कांस्टेबल ने छुट्टी की अर्जी में ऐसा कारण लिखा कि उनके सीनियर्स भी हैरान रह गए।
यह घटना उत्तर प्रदेश के महोबा जिले के कोतवाली थाने की है। कांस्टेबल सोम सिंह ने अपने काम के दबाव से परेशान होकर अपने परिवार के साथ समय बिताने की इच्छा जताई। उन्होंने 23 जून से 30 दिनों की छुट्टी मांगी और अर्जी में लिखा कि उन्हें अपने परिवार को बढ़ाने के लिए छुट्टी चाहिए। यह अर्जी पढ़कर सभी को आश्चर्य हुआ कि कोई इस तरह का कारण कैसे दे सकता है।

हालांकि, उनके सीनियर्स ने इस अर्जी पर कोई आपत्ति नहीं जताई और उनकी छुट्टी मंजूर कर दी। उन्हें 30 दिनों की छुट्टी के बजाय 45 दिनों की छुट्टी दी गई। इस अर्जी की एक कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, लेकिन इसकी पुष्टि अभी तक किसी ने नहीं की है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उन्हें ऐसी कोई अर्जी प्राप्त नहीं हुई है।
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