हड्डियों के चटकने की आवाज को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इसे क्रेपिटस कहा जाता है, जो एक प्रकार का रोग है। यदि किसी व्यक्ति की हड्डियाँ बार-बार चटकती हैं और उस स्थान पर दर्द होता है, तो तुरंत चिकित्सक से परामर्श लेना आवश्यक है। विशेषज्ञों के अनुसार, जब शरीर की दो हड्डियाँ एक साथ मिलती हैं, तो वे बिना टकराए आसानी से चलती हैं। हड्डियों के जोड़ को एक मजबूत कार्टिलेज से ढका जाता है, जिससे ये आसानी से मूव कर पाती हैं और आवाज नहीं आती। लेकिन जब कार्टिलेज कमजोर हो जाता है, तो हड्डियों से आवाज आने लगती है। बार-बार होने वाली इस आवाज को क्रेपिटस रोग कहा जाता है।
बढ़ती समस्या और इसके लक्षण
यदि समय पर इसका उपचार नहीं किया गया, तो यह समस्या बढ़ सकती है और हड्डियों से आवाज अधिक आने लगेगी। इसके साथ ही, कई लोगों को सूजन की भी शिकायत हो सकती है। ऑस्टियोआर्थराइटिस, जिसे गठिया भी कहा जाता है, अब आम होती जा रही है। यह समस्या आमतौर पर हाथों, घुटनों, कूल्हों या रीढ़ की हड्डी में देखी जाती है। जबकि यह बीमारी सामान्यतः बुजुर्गों में होती है, आजकल युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं।
ऑस्टियोआर्थराइटिस के कारण
ऑस्टियोआर्थराइटिस के कई कारण होते हैं। जो युवा लोग अधिक शराब और नशे का सेवन करते हैं, वे जल्दी इस रोग का शिकार बन जाते हैं। इसके अलावा, बढ़ता वजन भी इस रोग का एक प्रमुख कारण है। इसलिए, नशे से बचना और वजन को नियंत्रित रखना आवश्यक है।
आजमाएं ये घरेलू उपाय
- ऑस्टियोआर्थराइटिस या हड्डियों के चटकने पर तेल से मालिश करें। सरसों के तेल को गर्म करके हल्के हाथों से रोज मालिश करें।
- हड्डियों को मजबूत रखने के लिए गुड़ वाला दूध पीना फायदेमंद है। सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में गुड़ डालकर पीने से हड्डियों को मजबूती मिलेगी।
- कैल्शियम हड्डियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसलिए, कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में शामिल करें।
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