गले के दोनों ओर स्थित मांस की गांठों को टॉन्सिल कहा जाता है। जब इनमें सूजन आती है, तो इसे टॉन्सिलाइटिस कहते हैं। इस स्थिति में गले में तीव्र दर्द होता है और खाने का स्वाद भी प्रभावित होता है। चावल, ठंडे पेय, मैदा और खट्टी चीजों का अधिक सेवन टॉन्सिल के बढ़ने का मुख्य कारण बनता है। इसके अलावा, सर्दी, मौसम में अचानक बदलाव और दूषित वातावरण भी इस समस्या को बढ़ा सकते हैं। टॉन्सिलाइटिस के दौरान बुखार और गले में दर्द के साथ-साथ थूक निगलने में भी कठिनाई होती है।
टॉन्सिलाइटिस के घरेलू उपचार
गुनगुने पानी से गरारे: एक चम्मच नमक को गुनगुने पानी में मिलाकर गरारे करने से गले की सूजन में राहत मिलती है।
दालचीनी और शहद: दालचीनी का चूर्ण लेकर उसमें शहद मिलाकर दिन में तीन बार चाटने से लाभ होता है। तुलसी की मंजरी का चूर्ण भी उपयोगी है।
अजवाइन का पानी: एक गिलास पानी में एक चम्मच अजवाइन डालकर उबालें। ठंडा करके उससे गरारे करने से टॉन्सिल में आराम मिलता है।
हल्दी और अदरक: दो चुटकी पिसी हल्दी, आधी चुटकी काली मिर्च और अदरक का रस मिलाकर गर्म करें। इसे शहद के साथ रात में सोते समय लेने से टॉन्सिल की सूजन कम होती है।
सिंघाड़े का पानी: सिंघाड़े को उबालकर उसके पानी से कुल्ला करने से भी राहत मिलती है।
परहेज के उपाय
भोजन में बिना नमक की उबली सब्जियाँ खाने से टॉन्सिल में जल्दी आराम मिलता है। मिर्च-मसाले, अधिक तेल वाली सब्जियाँ, खट्टी और ठंडी चीजों से बचना चाहिए। गर्म चीजों के सेवन के बाद ठंडी चीजें नहीं खानी चाहिए।
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