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हिमाचल मंत्री विक्रमादित्य सिंह के बैंक खाते से ठगी का प्रयास नाकाम

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शिमला में साइबर ठगी की बढ़ती घटनाएं

शिमला: हिमाचल प्रदेश की राजधानी में साइबर ठगी की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। अब ठगों का निशाना केवल आम लोग नहीं, बल्कि वीआईपी भी बन रहे हैं। हाल ही में, प्रदेश के मंत्री विक्रमादित्य सिंह के बैंक खाते से लाखों रुपये की ठगी का प्रयास किया गया। सौभाग्य से, बैंक के अधिकारियों की सतर्कता से एक बड़ा धोखा टल गया। यूको बैंक की विधानसभा शाखा की प्रमुख प्रिया छाबड़ा की शिकायत पर शिमला के बालूगंज थाने में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।

शिकायत के अनुसार, मंत्री विक्रमादित्य सिंह का खाता यूको बैंक में है। पिछले शनिवार को बैंक में एक कॉल आई, जिसमें कॉलर ने खुद को सचिवालय से बताया और मंत्री के खाते की शेष राशि की जानकारी मांगी। इसके साथ ही, उसने मंत्री के किसी कार्य के लिए 7,85,521 रुपये का आरटीजीएस ट्रांसफर करने का अनुरोध किया।

हालांकि, ब्रांच मैनेजर प्रिया छाबड़ा को इस कॉल पर संदेह हुआ। उन्होंने मंत्री के निजी सचिव से इसकी पुष्टि की, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि मंत्री के स्टाफ से ऐसी कोई कॉल नहीं की गई थी। बैंक ने तुरंत कैश ट्रांसफर प्रक्रिया रोक दी, जिससे यह बड़ा धोखा टल गया।

शिमला के डीएसपी शक्ति चंद ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस ने कॉल करने वाले अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। कॉल डिटेल्स और तकनीकी पहलुओं के माध्यम से आरोपी की पहचान की जा रही है।

शिमला में साइबर ठगी के बढ़ते मामलों में यह पहला मामला नहीं है। हाल ही में, एक युवक से सेक्सटॉर्शन के जरिए आठ लाख रुपये की ठगी की गई थी। अज्ञात व्यक्ति ने पहले दोस्ती की और फिर आपत्तिजनक वीडियो कॉल के जरिए पैसे ऐंठ लिए। पुलिस ने इस मामले में भी अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

साइबर अपराध विशेषज्ञों का कहना है कि शिमला जैसे शांत शहर में ऐसे अपराध बढ़ रहे हैं क्योंकि लोग ऑनलाइन सुरक्षा के प्रति सजग नहीं हैं। बैंक और पुलिस प्रशासन समय-समय पर सतर्क रहने की अपील करते हैं, लेकिन कई लोग ठगों का शिकार बन जाते हैं।

पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी अज्ञात कॉलर को बैंकिंग या व्यक्तिगत जानकारी न दें। यदि कोई व्यक्ति खुद को किसी संस्था या बैंक का प्रतिनिधि बताकर जानकारी मांगता है, तो उसकी पुष्टि करें और तुरंत पुलिस को सूचित करें।

पुलिस के साइबर सेल का कहना है कि अधिकतर मामलों में लोग डर या हड़बड़ाहट के कारण ठगों के झांसे में आ जाते हैं। मंत्री विक्रमादित्य सिंह के खाते से ठगी का प्रयास इस बात का संकेत है कि अब किसी को भी सुरक्षित मान लेना एक गलती हो सकती है।


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