दिल्ली के वसंत कुंज में 17 लड़कियों से यौन शोषण करने के आरोप में फरार आरोपी स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती अब पुलिस के हत्थे चढ़ गया है. बाबा की गिरफ्तारी आगरा के एक होटल से हुई है. उसे आज कोर्ट में पेश किया जाएगा. दिल्ली पुलिस ने स्वामी के पास 2 फर्जी ID कार्ड बरामद किए हैं. इसके अलावा बाबा के पास 3 फोन मिले हैं, इनमें से एक आईफोन है.
पहला विजिटिंग कार्ड यूनाइटेड नेशन का है. बाबा खुद को यूनाइटेड नेशन का परमानेंट एंबेसडर बताता था. वहीं, दूसरा विजिटिंग कार्ड ब्रिक्स देशों के ज्वाइंट कमीशन के मेंबर का है. इससे वो खुद को इंडिया का स्पेशल इन्वॉय बताता था. दोनों ही आई कार्ड फर्जी हैं. पुलिस ने बताया- स्वामी चैतन्यानंद फरार के दौरान वृंदावन,आगरा और मथुरा के आसपास ही रहा. उसने 15 से ज्यादा होटल बदले.
पुलिस ने बताया- साल 1998 में दिल्ली के LG ने वसंत कुंज में शारदा पीठ को यह प्लॉट आंवटित किया था, जिस पर ये मठ है. बाबा को कुछ सीमित कामों के लिए मठ का अटार्नी बनाया गया था. साल 2008 में बाबा ने बिना इजाजत के कुछ लोगों के साथ मिलकर इंस्टीट्यूट का नाम बदल दिया. इसका नाम श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट रख दिया. फर्जी दस्तावेजों के आधार पर मठ में 40 करोड़ रुपए का घपला किया गया और बिना परमिशन से मठ की प्रॉपर्टी को किराए पर दे दिया.
दो पासपोर्ट हैं चैतन्यानंद के पास
आरोपी बाबा के पास दो पासपोर्ट हैं. पहले पासपोर्ट स्वामी पार्थ सारथी के नाम से और दूसरा पासपोर्ट स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती के नाम से है. बाबा ने ये दोनों पासपोर्ट फर्जी दस्तावेजों के आधार पर हासिल किए थे. पहले पासपोर्ट में बाबा ने अपने पिता का नाम स्वामी घनानंद पुरी और मां का नाम शारदा अंबा लिखाया था. जबकि, दूसरे पासपोर्ट में उसने अपने पिता का नाम स्वामी दयानंद सरस्वती और मां का नाम शारदा अम्बल लिखाया था.
Delhi Police has recovered two fake visiting cards from Baba Chaitanyananda Saraswati. The first visiting card is of the United Nations, according to which, Baba has described himself as a Permanent Ambassador to the United Nations. According to the second visiting card, Baba… https://t.co/t2F8T2cSg5 pic.twitter.com/sAWfdkTeLp
— ANI (@ANI) September 28, 2025
पहले पासपोर्ट में जन्म स्थान दार्जिलिंग लिखाया गया. जबकि दूसरे पासपोर्ट में जन्म स्थान तमिलनाडु लिखाया था. जांच में यह भी बात सामने आई की आरोपी के पैन कार्ड में पिता का नाम स्वामी घनानंद पुरी लिखवाया था. आरोपी के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में दो अकाउंट थे और दोनों अलग-अलग नामों से थे.
काफी समय से फरार चल रहा था
पुलिस ने बताया- 17 छात्राओं का यौन उत्पीड़न करने का आरोपी चैतन्यानंद पिछले काफी समय से फरार चल रहा था. दिल्ली पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के कई टीमें बनाई थीं, जो दिल्ली के साथ-साथ हरियाणा और यूपी के शहरों छापेमोरी कर रही थीं. आखिर, बाबा आगरा में पुलिस के हत्थे चढ़ गया है. शुक्रवार को कोर्ट ने चैतन्यानंद की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी.
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