Top News
Next Story
Newszop

एफआईआई बिकवाली से भारतीय घरेलू निवेशकों के लिए उच्च गुणवत्ता वाले बैंकिंग स्टॉक खरीदने का सही समय

Send Push

मुंबई, 5 अक्टूबर . विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) भारतीय बाजार में बिकवाली कर रहे हैं. इस स्थिति का फायदा दीर्घकालिक घरेलू निवेशकों को मिल सकता है. बाजार विश्लेषकों ने शनिवार को कहा कि दीर्घकालिक घरेलू निवेशक उच्च गुणवत्ता वाले बैंकिंग शेयरों की खरीदारी कर सकते हैं.

एफआईआई ने 3 अक्टूबर को 15,243 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने उसी दिन 12,914 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी खरीदी.

मध्य पूर्व में भू-राजनीतिक तनाव वैश्विक इक्विटी बाजारों के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बना हुआ है. ईरान-इजरायल संघर्ष से उत्पन्न प्रतिकूल परिस्थितियों और सस्ते एशियाई प्रतिस्पर्धियों की ओर एफआईआई फंडों के प्रवाह ने निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया.

एनएसडीएल के आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर में तीन कारोबारी दिवसों के दौरान एफआईआई ने भारतीय नकदी बाजार में 30,718 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची. विश्लेषकों के अनुसार, यह बिकवाली मुख्य रूप से चीनी शेयरों के बेहतर प्रदर्शन के कारण हुई है. हालांकि, निवेशकों में मध्य पूर्व संघर्ष को लेकर डर कम होने के बाद यह स्थिति लंबे समय तक नहीं बनी रहेगी.

इस सप्ताह, निफ्टी 50 और सेंसेक्स दोनों इंडेक्स क्रमश: 26,000 और 85,000 स्तर पर नए मील के पत्थर थे. हालांकि, यह अल्पकालिक थे, क्योंकि बेंचमार्क सूचकांकों में 4 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई थी.

शुक्रवार को बाजार बंद होने पर, सेंसेक्स 808 अंक या 0.98 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81,688 स्तर और निफ्टी 235 अंक या 0.93 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,014 स्तर पर था.

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर के अनुसार, गिरावट व्यापक थी और ऑटो, बैंक, इंफ्रा और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों का प्रदर्शन कमजोर रहा. हालांकि, यूएस फेड की मौद्रिक नीति में नरमी के बाद राजस्व और खर्च पर बेहतर धारणा के कारण आईटी सूचकांक पर प्रभाव कम रहा.

एसकेटी/एबीएम

The post first appeared on .

Loving Newspoint? Download the app now