New Delhi, 20 अगस्त . वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने Wednesday को कहा कि भारत के आठ मुख्य इंडस्ट्रीज के संयुक्त सूचकांक की वृद्धि दर जुलाई में सालाना आधार पर 2 प्रतिशत रही है.
आधिकारिक बयान में कहा गया कि स्टील, सीमेंट, फर्टिलाइजर और इलेक्ट्रिसिटी की विकास दर जुलाई में सकारात्मक रही है.
इन आठ मुख्य इंडस्ट्रीज की औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में हिस्सेदारी 40.27 प्रतिशत है, जो कि देश की समग्र इंडस्ट्रियल वृद्धि दर का मुख्य सूचकांक है.
जून के लिए आठ मुख्य इंडस्ट्रीज की अंतिम विकास दर 2.2 प्रतिशत रही है. वहीं, अप्रैल-जुलाई की अवधि में यह आंकड़ा सालाना आधार पर 1.6 प्रतिशत रहा है.
सूचकांक में 17.92 प्रतिशत भार वाले स्टील उत्पादन ने जुलाई में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 12.8 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर्ज की, जो सरकार द्वारा संचालित बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की बढ़ती मांग के कारण संभव हुआ. अप्रैल से जुलाई, 2025-26 के दौरान स्टील का संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 8.5 प्रतिशत बढ़ा है.
बड़े बुनियादी ढांचे और निर्माण परियोजनाओं में मांग बढ़ने से सीमेंट उत्पादन में भी जुलाई में 11.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई. वित्त वर्ष 2025-26 की अप्रैल से जुलाई की अवधि के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 8.9 प्रतिशत बढ़ा है.
अच्छे मानसून के कारण खरीफ बुवाई के मौसम में तेजी आने से जुलाई में फर्टिलाइजर उत्पादन में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 2 प्रतिशत की वृद्धि हुई.
इस महीने के दौरान बिजली उत्पादन में 0.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई, लेकिन भारी मानसून के कारण कोयला उत्पादन में 12.3 प्रतिशत की गिरावट आई.
इसी तरह, जुलाई में कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस का उत्पादन पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में क्रमशः 1.3 प्रतिशत और 3.2 प्रतिशत कम रहा. पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पादन में भी इस महीने 1 प्रतिशत की गिरावट आई.
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एबीएस/
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