बीजिंग, 29 अक्टूबर . चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने पेइचिंग में कजाकिस्तान के विदेश मंत्री एर्मेक कोशेरबायेव के साथ वार्ता की.
इसके दौरान, वांग यी ने कहा कि दोनों देशों के नेताओं के रणनीतिक मार्गदर्शन में, चीन-कजाकिस्तान स्थायी व्यापक रणनीतिक साझेदारी संबंध निरंतर उन्नत हो रहा है और चीन-कजाकिस्तान साझा भविष्य वाले समुदाय के निर्माण के एक नए चरण में प्रवेश कर रहा है. चीन कजाकिस्तान के साथ मिलकर उच्च गुणवत्ता वाले ‘बेल्ट एंड रोड’ पहल का निर्माण करने को तैयार है, जिसका लक्ष्य लोगों की भलाई में सुधार करना और समान विकास व पुनरुद्धार करना है, ताकि चीन-कजाकिस्तान संबंधों को निरंतर नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया जा सके.
वांग यी ने आगे कहा कि चीन शांगहाई सहयोग संगठन (एससीओ) और चीन-मध्य एशिया तंत्र के ढांचे में कजाकिस्तान की सकारात्मक भूमिका की सराहना करता है और क्षेत्रीय शांति व विकास को बढ़ावा देने में और अधिक भूमिका निभाने के लिए इन मंचों को निरंतर बेहतर और मजबूत बनाने हेतु कजाकिस्तान के साथ काम करने को तैयार है. इसके अलावा, चीन कजाकिस्तान के साथ मिलकर चार प्रमुख वैश्विक पहलों को लागू करने, ‘वैश्विक दक्षिण’ के विकास और वृद्धि के अनुकूल होने और विकासशील देशों के साझा हितों की रक्षा करने को तैयार है.
वहीं, कोशेरबायेव ने चीन लोक गणराज्य की स्थापना की 76वीं वर्षगांठ और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 20वीं केंद्रीय समिति के चौथे पूर्णाधिवेशन के सफल आयोजन पर बधाई दी और कहा कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व में चीन में भारी परिवर्तन हुए हैं और विश्व विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.
उन्होंने कहा कि कजाकिस्तान एक-चीन सिद्धांत का दृढ़ता से पालन करता रहेगा, चीन के मूल हितों की रक्षा में दृढ़ता से समर्थन करेगा.
कोशेरबायेव के मुताबिक, कजाकिस्तान चीन के साथ मिलकर दोनों देशों के Presidentयों द्वारा प्राप्त आम सहमति को लागू करते हुए सभी स्तरों पर मैत्रीपूर्ण आदान-प्रदान बनाए रखना चाहता है, विभिन्न क्षेत्रों में व्यावहारिक सहयोग को गहरा करना चाहता है और द्विपक्षीय स्थायी व्यापक रणनीतिक साझेदारी के निरंतर विकास को बढ़ावा देना चाहता है.
उन्होंने कहा कि कजाकिस्तान चीनी President शी चिनफिंग द्वारा प्रस्तावित चार वैश्विक पहलों का समर्थन करता है और अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता न्यायालय तथा विश्व कृत्रिम बुद्धिमत्ता सहयोग संगठन में सक्रिय रूप से भाग लेगा. साथ ही, वह चीन के साथ मिलकर, संयुक्त राष्ट्र, एससीओ, चीन-मध्य एशिया तंत्र, बोआओ एशिया मंच जैसे ढांचे के भीतर आपसी समर्थन को मजबूत करना चाहता है, ताकि संयुक्त रूप से विश्व स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा दिया जा सके.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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एबीएम/
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