नई दिल्ली, 18 अप्रैल . अफ्रीका-इंडिया की मैरीटाइम एंगेजमेंट यानी ‘ऐक्यमेय’ नौसैनिक अभ्यास शुक्रवार को संपन्न हो गया. इसमें भारत को नौ महत्वपूर्ण अफ्रीकी देशों का साथ मिला. यह संयुक्त अभ्यास समुद्री लुटेरों और समुद्री डकैतियों के खिलाफ था. भारत समेत 10 देशों के बीच अफ्रीका में यह पहला संयुक्त नौसैनिक अभ्यास था.
तंजानिया के दार-ए-सलाम में आयोजित इस छह दिवसीय अभ्यास का समुद्री चरण 16-18 अप्रैल के बीच हुआ. समुद्री चरण लिए भारतीय नौसेना का गाइडेड मिसाइल विध्वंसक आईएनएस चेन्नई और लैंडिंग शिप टैंक आईएनएस केसरी तंजानिया पहुंचे थे. भारत और तंजानिया के अलावा अफ्रीकी देश कोमोरोस, जिबूती, केन्या, मेडागास्कर, मॉरीशस, मोजाम्बिक, सेशेल्स और दक्षिण अफ्रीका इसके अन्य भागीदार रहे.
गौरतलब है कि भारत और तंजानिया इस नौसेनिक अभियान के सह-मेजबान थे. यह अभ्यास 13 अप्रैल को शुरू हुआ था. रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस दृष्टिकोण के अनुरूप रहा, जो समुद्री क्षेत्र में सुरक्षा और विकास के लिए पारस्परिक एवं समग्र विकास (महासागर) को बढ़ावा देता है. गत 13 अप्रैल को शुरू हुए पहले चरण में टेबल टॉप और कमांड पोस्ट जैसे अभ्यास किए गए. ये अभ्यास समुद्री डकैती रोधी अभियानों तथा सूचना साझा करने पर केंद्रित थे.
इस दौरान सेनाओं के बीच आपसी सौहार्द्र को बढ़ावा देने के लिए खेलकूद और योग सत्र जैसी गतिविधियों का आयोजन भी किया गया. इसके अलावा, भारतीय नौसेना के जहाजों पर स्थानीय लोगों को आने का अवसर दिया गया. आम लोगों के साथ संपर्क स्थापित करने के उद्देश्य से आगंतुकों के लिए नौसेना के जहाजों को उनके लिए खोला गया था. रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, ऐक्यमेय अभ्यास का उद्देश्य क्षेत्रीय समुद्री चुनौतियों के लिए साझा समाधान विकसित करना था.
इस अभ्यास के दौरान नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी 16 अप्रैल तक तंजानिया की आधिकारिक यात्रा पर थे. इस दौरान, नौसेना प्रमुख ने तंजानिया की रक्षा मंत्री से मुलाकात की. दोनों देशों ने हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा के मुद्दों पर चर्चा की.
भारतीय नौसेना और अफ्रीका के इन देशों ने पहली बार साझा नौसैनिक समुद्री अभ्यास किया है. एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने अपनी यात्रा के दौरान यहां अरुशा में तंजानिया के कमांड एंड स्टाफ कॉलेज का भी दौरा किया. उन्होंने भारत और तंजानिया के रक्षा क्षेत्र से जुड़ी महत्वपूर्ण द्विपक्षीय चर्चा की है.
अभ्यास शुरू होने के अवसर पर रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ भी तंजानिया पहुंचे थे. उन्होंने तंजानिया की रक्षा मंत्री के साथ अहम मुलाकात की. रक्षा मंत्रालय का मानना है कि तंजानिया में आयोजित यह नौसेनिक अभ्यास रणनीतिक तौर पर बेहद अहम और सफल रहा है. रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, भारत और तंजानिया आपसी रक्षा सहयोग को और आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं. दोनों देशों का उद्देश्य आपसी संबंधों को मजबूत करना है.
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जीसीबी/एकेजे
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