New Delhi, 6 नवंबर . Pakistan और अफगानिस्तान के बीच तनाव जारी है. दोनों देशों के बीच दो राउंड की बैठकें बेनतीजा रही हैं. Thursday को इस्तांबुल में दोनों देशों के प्रतिनिधियों की मुलाकात से पहले Pakistan के रक्षा मंत्री आसिफ ख्वाजा ने एक बार फिर अफगानिस्तान को चेतावनी दी.
मीडिया के साथ बातचीत के दौरान Pakistanी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा, “अगर बातचीत असफल होती है तो हालात बिगड़ेंगे. हमारे पास हमारा विकल्प है. जिस तरह से हमें निशाना बनाया जा रहा है, हम भी उसी तरह से जवाब दे सकते हैं.” उनके इस बयान पर जब मीडिया ने पूछा कि क्या आपके कहने का मतलब युद्ध है, तो Pakistanी नेता ने कहा कि “हां, सिर्फ युद्ध.” हालांकि उन्होंने ये उम्मीद भी जताई कि अफगानिस्तान समझदारी से काम लेगा और क्षेत्र में शांति बहाल होगी.
उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान की धरती से हम पर होने वाले हमलों पर रोक लगाना Pakistan का एकमात्र एजेंडा है. इस दौरान उनसे पूछा गया कि क्या Pakistan और अफगानिस्तान के बीच कोई बात बन सकती है? इस पर आसिफ ने कहा कि बातचीत तभी की जाती है जब प्रगति की संभावना हो. अन्यथा, यह समय की बर्बादी है.
बता दें, आसिफ इससे पहले भी कई बार अफगानिस्तान को युद्ध की धमकी दे चुके हैं. डेली टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार इससे पहले दोनों पक्षों के बीच हुई बैठक के दौरान Pakistanी मंत्री ने कहा था कि अगर बातचीत फेल हो जाती है तो Pakistan के पास अफगानिस्तान के साथ खुले संघर्ष में शामिल होने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि दोनों पक्ष शांति चाहते दिख रहे हैं.
मामला सुलझाने के लिए कतर और तुर्किए Pakistan और अफगानिस्तान के बीच मध्यस्थता कर रहे हैं.
इससे पहले Pakistanी मीडिया ने कहा था कि इस्लामाबाद एक ‘थर्ड पार्टी ओवरसाइट स्ट्रक्चर’ भी बनाना चाहता है, जिसकी सह अध्यक्षता तुर्किए और कतर कर सकते हैं, ताकि प्रगति की पुष्टि और नियमों का पालन न करने वालों पर कार्रवाई की जा सके.
बता दें, Pakistan शुरुआत से ही ये आरोप लगा रहा है कि टीटीपी अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल Pakistan के ऊपर हमले करने और अराजकता फैलाने के लिए कर रहा है. बीते कुछ समय में दोनों देशों के बीच सीमा पर हिंसक तनाव देखने को मिला है.
–
केके/वीसी
You may also like

बाबर और रिजवान का 5 गेंदों के भीतर काम तमाम कर दिया, बर्गर ने पाकिस्तानी टॉप ऑर्डर का भर्ता बनाया

'वफादारी के काबिल नहीं कोई कंपनी...', अमेरिका पहुंचते ही 1 महीने में चली गई H-1B वर्कर की नौकरी

ईवीएम और चुनाव आयोग को लेकर कांग्रेस का दोहरा रवैया: एसपी सिंह बघेल

वोटिंग परसेंटेज बढ़ने का मतलब हमेशा सत्ता परिवर्तन नहीं-बिहार में हो गया उलटफेर!

बिहार में वोटिंग के दिन 46 करोड़ रुपये की शराब के चर्चे, पढ़िए मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनोद सिंह का बड़ा खुलासा




