दोस्तो ज्योतिष शास्त्र का हिंदू धर्म में बहुत महत्व हैं, जो हमें जीवन जीन के सलीके सिखाता हैं, जिनकी मदद से हमारा जीवन खुशियों से भर जाता हैं, ऐसे में ज्योतिष शास्त्र में धातु और उन्हें पहनने के तरीके का ज्योतिष में गहरा अर्थ होता है, लोहे का शनि ग्रह से विशेष संबंध है। लोहे का कंगन पहनना केवल एक फैशन स्टेटमेंट नहीं है—यह आपके जीवन में स्थिरता, सुरक्षा और सकारात्मक ऊर्जा लाने का एक तरीका है। आइए जानते इसक पहनने के लाभों के बारे में-
लोहे का सीधा संबंध शनि से है। अगर कोई साढ़ेसाती या ढैया से गुज़र रहा है, तो लोहे का कंगन पहनना एक सुरक्षा कवच का काम करता है, नकारात्मकता को दूर भगाने और जीवन में न्याय, स्थिरता और संतुलन लाने में मदद करता है।
मकर:
मकर राशि पर शनि का आधिपत्य है। लोहे का कंगन पहनने से स्थिरता, करियर में तरक्की, नौकरी में पदोन्नति और व्यावसायिक सफलता मिल सकती है।
कुंभ:
कुंभ राशि के लिए, लोहे के कंगन के माध्यम से शनि का आशीर्वाद नकारात्मकता को दूर करने, आत्मविश्वास बढ़ाने और सभी प्रयासों में सफलता सुनिश्चित करने में मदद करता है।
कन्या:
कन्या राशि वालों के लिए लोहे का कंगन पहनने से करियर संबंधी बाधाएँ दूर होती हैं, मानसिक शांति मिलती है और जीवन में सुचारू प्रगति सुनिश्चित होती है।
धारण करने का सही समय
दिन: शनिवार शनि का प्रिय दिन है।
शुद्धिकरण: पहनने से पहले कंगन को गंगाजल या दूध से शुद्ध करें।
नक्षत्र: शनि की कृपा बढ़ाने के लिए इसे रोहिणी या पुष्य नक्षत्र में पहनें।
मंत्र जाप
कंगन की ऊर्जा को सक्रिय करने के लिए, 108 बार "ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः" का जाप करें।
इससे कंगन केवल धातु के टुकड़े की बजाय शनि की शक्ति का जीवंत अवतार बन जाता है।
धारण करने का सही तरीका
पुरुष: ऊर्जा के प्रवाह को बढ़ाने के लिए इसे दाहिने हाथ में पहनें।
महिलाएँ: शांति के लिए इसे बाएँ हाथ में पहनें।
इसे उल्टे हाथ में पहनने से शनि की नाराजगी हो सकती है।
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