ईरान और इजराइल के बीच पिछले कई दिनों से जारी संघर्ष अब और ज़्यादा भड़कता दिखाई दे रहा है। इस जंग में अब अमेरिका की एंट्री हो गई है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुद सोशल मीडिया में पोस्ट कर अमेरिका के हमले की जानकारी दी। ट्रंप ने बताया कि अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर निशाना साधते हुए उन्हें तबाह कर दिया है। रिपोर्ट्स की मानें तो अमेरिका के छह घातक B-2 बॉम्बर्स ने यह हमला अंजाम दिया, और अकेले 'फोर्डो' जैसे सुरक्षित ठिकाने पर 30 टन बम गिराए गए।
B-2 बॉम्बर का डरावना वार… जैसे आकाश से बरसी तबाही
सूत्रों के मुताबिक, सप्ताहांत में किए गए इस ऑपरेशन में अमेरिका ने अपने सबसे एडवांस B-2 बॉम्बर्स का इस्तेमाल किया। ये वही तीन ठिकाने थे जिनका ज़िक्र राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल पोस्ट में किया था। इस हमले में छह बमवर्षक विमानों की तैनाती ने ईरान को चौकन्ना कर दिया है।
B-2 बॉम्बर: उड़ान नहीं, कयामत है ये!
ऐसा कहा जाता है कि B-2 बॉम्बर का मतलब है – विनाश का आकाश से उतरता चेहरा। इसकी रेंज लगभग 11,000 किलोमीटर है और रिफ्यूलिंग के बाद यह लगभग 19,000 किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है। इसकी वॉरहेड क्षमता 18 टन तक है, जो इसे परमाणु या पारंपरिक दोनों हमलों के लिए घातक बनाती है।
यह बमवर्षक विमान 12 किलोमीटर की ऊंचाई से हमला कर सकता है और हमले के बाद ज़मीन में 60 मीटर तक घुस सकता है। इसका हर वार एक भूकंप की तरह असर करता है।
रडार को चकमा देता है ये 'अदृश्य हमला'
B-2 बॉम्बर की सबसे खतरनाक खासियत यह है कि यह दुश्मन की नजर में आए बिना ही घातक हमला कर सकता है। इसकी डिजाइन एक विशाल पंख की तरह है और इसमें पारंपरिक टेल नहीं होता। यही वजह है कि यह किसी भी रडार की पकड़ में नहीं आता। आज अमेरिका के पास कुल 20 B-2 बॉम्बर्स हैं, जो युद्ध की दिशा पलटने में सक्षम हैं।
पनडुब्बियों से दागी गईं मिसाइलें – 400 मील दूर से मौत की दस्तक
इस हमले में अमेरिका ने सिर्फ बॉम्बर्स ही नहीं, बल्कि 30 टॉमहॉक मिसाइलें भी दागीं। ये मिसाइलें 400 मील दूर तैनात पनडुब्बियों से छोड़ी गईं, जो ‘नतांज’ और ‘इस्फहान’ में जा गिरीं, जबकि ‘फोर्डो’ पर बमों की पूरी बौछार की गई। इस सटीक और संगठित हमले ने ईरान को गहराई से झकझोर दिया।
क्या है टॉमहॉक मिसाइल की ताकत?
टॉमहॉक मिसाइल एक लंबी दूरी की क्रूज़ मिसाइल है, जिसकी रेंज 2,400 किमी तक होती है और स्पीड करीब 885 किमी/घंटा होती है। इसे पनडुब्बी या युद्धपोत से दागा जा सकता है और यह ज़मीन पर मौजूद टारगेट्स को सटीकता से भेद सकती है।
ट्रंप की चेतावनी – ईरान या तो शांति चुने, वरना तबाही तय
हमले के कुछ ही देर बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ईरान से संयम बरतने और शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर ईरान ने हमला जारी रखा, तो अमेरिका और भी टारगेट्स को नष्ट करने से पीछे नहीं हटेगा। ट्रंप ने कहा, "ईरान में या तो शांति होगी या फिर त्रासदी, फैसला उन्हें करना है।"
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