ईरानी मिसाइल हमलों के डर से इजराइल में कई लोग भूमिगत ट्रेन स्टेशन में पनाह ले रहे हैं क्योंकि हमले का सायरन बजने पर उन्हें अचानक इधर-उधर भागने पर मजबूर होना पड़ता है।
अजीजा मेलेक ने हाल ही में एक शाम को इजराइल के एक भूमिगत स्टेशन में अपने गद्दे पर लेटकर कई दिनों में पहली बार आराम महसूस किया। कम से कम अगले कुछ घंटों तक 34 वर्षीय मेलेक को हर बार ईरानी मिसाइलों की चेतावनी वाले सायरन बजने पर भागने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
एक सप्ताह पहले इजराइल ने ईरान पर हवाई हमलों की शुरुआत की थी। इसके बाद दोनों तरफ से हमले हो रहे हैं। इजराइल में देखने में आया है कि छोटे बच्चों वाले परिवार, विदेशी कर्मचारी और युवा पेशेवर हर शाम स्टेशनों पर गद्दे, ‘स्लीपिंग बैग’, हल्का नाश्ता और पालतू जानवर लेकर आते हैं। ये लोग सुरक्षा की दृष्टि से यहां आश्रय ले रहे हैं।
बुधवार रात को तेल अवीव और पड़ोसी रमात गान के बीच स्थित एक स्टेशन पर माता-पिता अपने बच्चों के साथ बैठे नजर आये जबकि कई युवा अपने टैबलेट पर फिल्में देख रहे थे। कई लोग पिज्जा के डिब्बे लेकर अंदर आते दिखे।
यह मेलेक की पहली रात थी जब वह चमकदार रोशनी वाले रेलवे स्टेशन पर सो रही थीं और उनके साथ उनकी दोस्त सोनिया श्राइबमेन भी थीं।
ईरान के हमलों का जिक्र करते हुए श्राइबमेन ने कहा, ‘‘हम चिंता और रात में बजने वाले सायरन के कारण सो नहीं पा रहे हैं। हर बार आश्रय स्थल की ओर भागना बहुत डरावना है।’’
हाल में श्राइबमेन निकटवर्ती आश्रय स्थल की ओर भागते समय सड़क पर गिर पड़ीं, जिसके बाद उन्होंने ऐसी जगह जाने का निर्णय लिया, जहां उन्हें हर बार सायरन बजने पर उठकर भागना न पड़े।
मेलेक ने कहा कि रेलवे स्टेशन पर पजामा पहने सैकड़ों लोगों का दृश्य देखकर उन्हें द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान की अपने दादा की कहानियां याद आ गईं।
इजराइल-ईरान संघर्ष बढ़ने पर हवाई, जमीनी और समुद्री मार्ग से अपने-अपने देश लौट रहे हैं विदेशीदुनियाभर के देश इजराइल और ईरान के बीच संघर्ष बढ़ने पर दोनों देशों से हवाई, जमीनी और समुद्री मार्ग से अपने नागरिकों को निकाल रहे हैं।
दोनों देशों के कई दिनों से किए जा रहे हमलों और बदले की कार्रवाई के कारण पश्चिम एशिया में हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया गया है जिससे वाणिज्यिक उड़ानें बुरी तरह बाधित हुई हैं और लोग इस क्षेत्र से आसानी से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं।
कुछ सरकारें अपने नागरिकों को सड़क मार्ग से उन देशों तक पहुंचाने के लिए भूमि सीमाओं का इस्तेमाल कर रही हैं, जहां हवाई अड्डे खुले हैं।
पिछले हफ्ते संघर्ष शुरू होने के बाद से हजारों विदेशी पहले ही अपने-अपने देश लौट चुके हैं।
बुल्गारिया ने तेहरान से अपने सभी राजनयिकों को अजरबैजान की राजधानी बाकू भेज दिया है।
बुल्गारिया के प्रधानमंत्री रोजन झेलयाझकोव ने कहा, ‘‘हम दूतावास बंद नहीं कर रहे हैं लेकिन खतरा टलने तक इसे बाकू स्थानांतरित कर रहे हैं।’’
इस बीच, चीन ने बताया कि उसने ईरान से 1,600 से अधिक नागरिकों और इजराइल से ‘‘अन्य सैकड़ों नागरिकों’’ को निकाला है।
यूरोपीय संघ ने जॉर्डन और मिस्र के जरिए इजराइल से करीब 400 लोगों को निकालने में मदद की है।
इजराइली हमलों से कोई भी सुरक्षित नहीं है : प्रधानमंत्री नेतन्याहूइजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बृहस्पतिवार को कहा कि इजराइली हमलों से ‘‘कोई भी सुरक्षित नहीं है।’’
उन्होंने संकेत दिया कि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई भी ‘‘निशाने’’ पर हो सकते हैं। नेतन्याहू ने यह टिप्पणी दक्षिणी इजराइली शहर बीरशेबा में ‘सोरोका मेडिकल सेंटर’ के दौरे के दौरान एक सवाल के जवाब में की, जिस पर बृहस्पतिवार सुबह ईरान ने मिसाइल हमला किया था। नेतन्याहू ने कहा, ‘‘मैंने निर्देश दिए हैं कि कोई भी इससे (हमले से) अछूता नहीं है।’’
इजराइल के प्रधानमंत्री ने कहा कि वह कुछ बोलने में नहीं बल्कि कार्रवाई करके दिखाने में भरोसा करते हैं।
नेतन्याहू ने कहा, ‘‘युद्ध के दौरान शब्दों का चयन सावधानी से करना चाहिए और कार्रवाई में सटीकता होनी चाहिए। सभी विकल्प खुले हैं। प्रेस में इस बारे में बात न करना ही बेहतर है।’’
प्रधानमंत्री ने दोहराया कि ईरान में इजराइल की कार्रवाई उसके परमाणु कार्यक्रम और मिसाइल भंडार के खिलाफ थी, न कि ‘‘उसकी (ईरान) तरह निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाने के लिए।’’
नेतन्याहू ने कहा, ‘‘वे उन अस्पतालों पर बमबारी करते हैं, जहां लोग खतरे से बच नहीं सकते।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह एक ऐसे कार्यशील लोकतंत्र और इन हत्यारों के बीच का अंतर है, जो कानून का पालन करता है।’’
ईरान के परमाणु कार्यक्रम को विफल करने के लिए इजराइली अभियान में अमेरिका की सीधी भागीदारी के बारे में पूछे जाने पर नेतन्याहू ने कहा कि यह फैसला ‘‘राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को लेना है।’’
नेतन्याहू ने कहा, ‘‘वह (ट्रंप) वही करेंगे जो अमेरिका के लिए अच्छा है, और मैं वही करूंगा जो इजरायल के लिए अच्छा है।’’
रूस ने यूक्रेन के दो शहरों पर ड्रोन हमले किये, एक व्यक्ति की मौत, 24 से अधिक घायलरूस ने यूक्रेन के दो शहरों पर ड्रोन हमले किये, जिसमें कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि रूस ने रात में ड्रोन से हमले किये, जिसमें दक्षिणी यूक्रेन के बंदरगाह शहर ओडेसा और उत्तरपूर्वी शहर खारकीव को निशाना बनाया गया।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि 20 से अधिक ड्रोन हमलों में 17 और 12 वर्ष की दो लड़कियों सहित कम से कम 24 नागरिक घायल हो गए।
जेलेंस्की ने सोशल मीडिया मंच ‘टेलीग्राम’ पर अपने संदेश में लिखा, ‘‘यह हमला दुनिया को यह दिखाता है कि कि रूस युद्धविराम को स्वीकार नहीं करता और हत्या का विकल्प चुनता है।’’
रूस के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने शुक्रवार को कहा कि अगले दौर की शांति वार्ता की तारीख पर अगले सप्ताह सहमति बनने की उम्मीद है।
इजराइल, ईरान ने फिर हमले किए, संघर्ष रोकने के लिए नए कूटनीतिक प्रयास शुरूइजराइल और ईरान के बीच संघर्ष शुरू होने के एक सप्ताह बाद शुक्रवार को भी दोनों देशों के एक-दूसरे पर हमले जारी हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक ओर युद्ध में सैन्य भागीदारी पर विचार कर रहे हैं जबकि दूसरी ओर संघर्ष रोकने के लिए नए कूटनीतिक प्रयास शुरू होते दिख रहे हैं।
ट्रंप इस बात पर विचार कर रहे हैं कि क्या ईरान के फोर्डो यूरेनियम संवर्धन संयंत्र पर हमला किया जाए जो एक पहाड़ के नीचे स्थित है। इसे व्यापक रूप से पहुंच से बाहर बताया जाता है लेकिन अमेरिका के ‘बंकर बस्टर’ बम उसे नष्ट कर सकते हैं।
ट्रंप ने कहा कि वह अगले दो सप्ताह के भीतर यह निर्णय लेंगे कि ईरान पर हमला करना है या नहीं। उन्हें अब भी इस बात की ‘पर्याप्त’ संभावना दिखती है कि वार्ता के माध्यम से ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर अमेरिका और इजराइल की मांगें पूरी हो सकती हैं।
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी के अपने समकक्षों तथा यूरोपीय संघ के शीर्ष राजनयिक के साथ बैठक के लिए जिनेवा जा रहे हैं।
ब्रिटेन के विदेश मंत्री ने कहा कि उन्होंने व्हाइट हाउस में अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो और दूत स्टीव विटकॉफ से मुलाकात की और ऐसे समझौते की संभावना पर चर्चा की जिससे संघर्ष कम हो सकता है।
जिनेवा के लिए उड़ान भरने से पहले अराघची ने ईरान के सरकारी टेलीविजन पर कहा कि उनका देश तब तक ‘‘किसी के साथ बातचीत नहीं करना चाहता’’ जब तक कि इजराइल के हमले जारी रहेंगे।
उन्होंने अमेरिका पर इजराइल का “साथी और सहयोगी” होने का भी आरोप लगाया और कहा कि ट्रंप ईरान पर हमलों के बारे में बात करते हुए सोशल मीडिया पोस्ट और साक्षात्कारों में नियमित रूप से “हम” शब्द का इस्तेमाल करते हैं।
उन्होंने बृहस्पतिवार को अपनी टिप्पणियों में कहा, ‘‘अमेरिकी लोग ही बातचीत चाहते हैं।’’ इन टिप्पणियों का प्रसारण शुक्रवार को किया गया।
अराघची ने कहा, ‘‘उन्होंने कई बार संदेश भेजे हैं, बहुत गंभीर संदेश.. लेकिन हमने उन्हें स्पष्ट रूप से बता दिया है कि जब तक यह आक्रामकता और हमला जारी रहेगा, बातचीत या कूटनीति के लिए बिल्कुल भी जगह नहीं है। हम उचित तरीके से आत्मरक्षा कर रहे हैं और यह रक्षा किसी भी परिस्थिति में नहीं रुकेगी।”
उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि स्विट्जरलैंड वार्ता केवल ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर ही केंद्रित रहेगी तथा ईरान की मिसाइल क्षमताएं ‘‘देश की रक्षा के लिए’’ हैं तथा इस पर चर्चा की गुंजाइश नहीं है।
वहीं, इजराइल ने कहा कि उसके हवाई हमलों में और स्थानों को निशाना बनाया जाएगा।
इजराइल ने कहा कि उसने शुक्रवार सुबह ईरान में हवाई हमले किए, जिसमें 60 से अधिक विमानों ने मिसाइलों के निर्माण से जुड़े औद्योगिक स्थलों को निशाना बनाया। उसने इन स्थानों के बारे में विस्तार से नहीं बताया है।
इजराइल ने यह भी कहा कि उसने ईरान के रक्षा नवाचार और अनुसंधान संगठन के मुख्यालय को निशाना बनाया, जिसे फारसी में संक्षिप्त नाम एसपीएनडी के नाम से जाना जाता है। विगत में अमेरिका ने इस एजेंसी को परमाणु विस्फोटक उपकरणों के विकास से जुड़ा बताया था।
उसने पश्चिमी ईरान में केरमानशाह और तबरीज के आसपास के क्षेत्रों को निशाना बनाकर हवाई हमले भी किए, जहां सेना ने कहा कि 25 लड़ाकू विमानों ने शुक्रवार सुबह “मिसाइल भंडारण और प्रक्षेपण बुनियादी ढांचों” पर हमला किया।
ईरानी मीडिया ने अभी इन हमलों में हुए नुकसान को स्वीकार नहीं किया है।
ईरानी मीडिया के अनुसार, शुक्रवार की सुबह इजराइली हवाई हमले कैस्पियन सागर के रश्त शहर तक पहुंच गए।
इजराइल में पराचिकित्सा सेवा मैगन डेविड एडोम ने कहा कि ईरान ने मिसाइलों से दक्षिणी इजराइल के एक आवासीय क्षेत्र पर हमला किया, जिससे इमारतों को नुकसान पहुंचा है। उसने बताया कि उन्होंने पांच लोगों को उपचार मुहैया कराया है जिन्हें मामूली चोटें आयी हैं।
इजराइल और ईरान के बीच संघर्ष 13 जून को शुरू हुआ था जब इजराइल ने ईरान के परमाणु और सैन्य स्थलों, शीर्ष जनरल और परमाणु वैज्ञानिकों को निशाना बनाते हुए हवाई हमले किए थे।
वाशिंगटन स्थित एक ईरानी मानवाधिकार समूह के अनुसार, इन हमलों में ईरान में कम से कम 657 लोगों की मौत हो गयी है और 2,000 से अधिक लोग घायल हो गए हैं।
रूस को पुतिन-ट्रंप के बीच जल्द शिखर वार्ता की संभावनाओं पर संदेहयूक्रेन के साथ संघर्ष और ईरानी परमाणु प्रतिष्ठानों पर इजराइली हमलों से पश्चिम एशिया में उत्पन्न नयी उथल-पुथल के बीच रूस, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उनके अमेरिकी समकक्ष डोनाल्ड ट्रंप के बीच जल्द शिखर वार्ता की संभावनाओं को लेकर आशंकित है।
रूसी सत्ता के केंद्र ‘क्रेमलिन’ के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा, ‘‘जिन मुद्दों को सुलझाने की जरूरत है, वे इतने जटिल हैं और उनमें इतनी बारीकियां हैं कि पहले विशेषज्ञ स्तर पर काम करने की जरूरत है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘तभी इस कवायद के परिणामों को अंतिम रूप देने के लिए उच्चतम स्तरीय बैठक की संभावना पर चर्चा की जा सकेगी।’’
वह सेंट पीटर्सबर्ग में पत्रकारों से बात कर रहे थे, जहां राष्ट्रपति पुतिन अपने प्रमुख अधिकारियों के साथ अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मंच (एसपीआईईएफ 25) में भाग ले रहे हैं- जिसे रूस का दावोस कहा जाता है।
पेसकोव ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन और राष्ट्रपति ट्रंप दोनों इस बात पर सहमत हैं कि इस कार्य के परिणाम को तय करने के लिए किसी न किसी बिंदु पर उनकी मुलाकात अनिवार्य और आवश्यक होगी। पेसकोव ने कहा कि दोनों नेता फोन कॉल के माध्यम से द्विपक्षीय संबंधों पर बातचीत करते रहते हैं।
सेंट पीटर्सबर्ग फोरम में रूस के उप रक्षा मंत्री अलेक्जेंडर पैनकिन ने कहा कि रूस और पश्चिमी देशों के बीच संबंधों में ‘‘टकराव’’ लंबे समय तक बना रहेगा।
विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने चेतावनी दी है कि ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों पर इजराइल के हमले के बाद दुनिया परमाणु तबाही के कगार पर है।
जखारोवा ने कहा, ‘‘हम सचमुच परमाणु आपदा से कुछ इंच की दूरी पर हैं। हमले जारी हैं। उन्हें सर्जिकल या लक्षित हमले कहा जा सकता है, लेकिन वे रेडियोधर्मी और परमाणु सामग्री रखने वाले प्रतिष्ठानों के बहुत करीब किए जा रहे हैं।’’
अब छुट्टियां कम करने पर डोनाल्ड ट्रंप का जोर, बोले 'नॉन-हॉलिडे से हमारे देश को हो रहा अरबों का नुकसान'अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में नॉन-हॉलिडे के आर्थिक प्रभाव के बारे में चिंता व्यक्त की। उन्होंने दावा किया कि सभी व्यवसायों को बंद रखने से हमें अरबों डॉलर का नुकसान होता है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ पर लिखा, "अमेरिका में बहुत सारी गैर-कामकाजी छुट्टियां हैं। इससे हमारे देश को अरबों डॉलर का नुकसान हो रहा है, क्योंकि इन छुट्टियों में सारी दुकानें और व्यवसाय बंद रहते हैं। कर्मचारी भी ऐसा नहीं चाहते हैं। जल्द ही हम साल के हर एक कार्य दिवस पर छुट्टी मनाने लगेंगे। अगर हम अमेरिका को फिर से महान बनाना चाहते हैं तो इसे बदलना होगा।"
हालांकि, अपने इस पोस्ट में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अवकाश का नाम स्पष्ट रूप से नहीं बताया, लेकिन यह पोस्ट 20 जून 2025 को जूनटीन्थ के दिन पोस्ट किया गया है, जो 19 जून 1865 की घटना की याद में मनाया जाता है।
19 जून 1865 के दिन टेक्सास के गैल्वेस्टन में सैनिकों ने आकर अंतिम अश्वेत दासों को मुक्त करने का आदेश दिया था, जिसे गुलामी के अंत की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है।
ट्रंप ने अपनी पोस्ट में गैर-कामकाजी छुट्टियों की संख्या पर चिंता जताई और दावा किया कि ये अमेरिकी अर्थव्यवस्था को अरबों डॉलर का नुकसान पहुंचा रही हैं। हालांकि, उन्होंने इस पोस्ट में जूनटीन्थ अवकाश का नाम नहीं लिया, लेकिन माना जा रहा है कि उनका इशारा कहीं न कहीं इस ओर भी था।
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, जूनटीन्थ के सम्मान में अधिकतर राष्ट्रीय बैंक, संघीय कार्यालय और संयुक्त राज्य डाक सेवा बंद रहे। हालांकि, वॉलमार्ट, कॉस्टको, टारगेट और स्टारबक्स जैसे प्रमुख स्टोर छुट्टी के दिन भी खुले रहे।
इससे पहले, पत्रकारों ने व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट से दिन में पूछा कि जूनटीन्थ को लेकर ट्रंप का प्लान क्या है?
उन्होंने जवाब दिया, "मैं आज किसी आधिकारिक बयान या दस्तावेज पर उनके हस्ताक्षर के बारे में नहीं जानती। मुझे बस इतना पता है कि आज एक सरकारी छुट्टी है।"