नाइट शिफ्ट में काम करना किसी चुनौती से कम नहीं होता है। अपनी अच्छी नींद को एक साइड रखकर और पूरी रात जागकर आपको फोकस होकर काम करना पड़ता है। कहने को तो ये सामान्य है, लेकिन इसके हेल्थ पर कई सारे निगेटिव प्रभाव पड़ सकते हैं।
एक शोध (ref.) में रात में काम करने और फर्टिलिटी (Fertility) कम होने के बीच गहरा संबंध पाया गया। इसमें बताया गया कि नाइट शिफ्ट करने वाले लोगों की फर्टिलिटी पर नकारात्मक असर पड़ता है। इससे फिर चाहे वो महिला हो या पुरुष दोनों को ही बच्चा होने में समस्या होती है। केवल इतना ही नहीं नाइट शिफ्ट करने वाले लोगों में वजन बढ़ने और मोटापा की समस्या सबसे आम है, जिससे हार्ट डिजीज, डायबिटीज और कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता है।
वहीं, नाइट शिफ्ट वर्कर्स को क्वालिटी स्लीप लेने में भी दिक्कत होती हैं। बताते चलें कि कम नींद लेने वाले लोगों में स्ट्रेस, डिप्रेशन, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज जैसी बीमारियां होने का खतरा अधिक रहता है। आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स देने जा रहे हैं, जिससे आपको साउंड स्लीप लेने में मदद मिलेगी।
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साउंड स्लीप के लिए एक्सपर्ट ने दिए टिप्स
नाइट शिफ्ट वर्कर्स जब सुबह अपनी शिफ्ट पूरी करने के बाद सोने जाते हैं तो दिन के समय सोने के चलते उन्हें क्वालिटी स्लीप लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में भारतीय मूल के अमेरिकी डॉक्टर सौरभ सेठी ने अपने एक इंस्टाग्राम वीडियो में नाइट शिफ्ट करने वाले लोगों के लिए साउंड स्लीप लेने के कुछ टिप्स साझा किए हैं, जो इस प्रकार हैं-
ब्लैकआउट कर्टेन्स का करें इस्तेमाल

डॉक्टर ने बताया कि सूरज की रोशनी को रोकने और रात के समय अंधेरे के लिए दिन के दौरान काले पर्दोंका इस्तेमाल करें। अपनी आंतरिक घड़ी पर प्रकाश के प्रभाव को कम करने के लिए अपनी शिफ्ट के दौरान ब्लू लाइट ब्लॉकिंग चश्मा पहनें। साथ ही अपनी शिफ्ट के दौरान अपने फोन पर ब्लू लाइट फिल्टर भी ऑन रखें।
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नॉइस मशीन
इसके अलावा दिन के समय होने वाली परेशानियों को दूर करने के लिए व्हाइट नॉइस मशीन का उपयोग करें। लगातार शोर का लेवल अचानक आने वाली आवाजों को छुपाने में मदद करता है जो आपको जगा सकती हैं।
कैफीन से बनाएं दूरी

अपने सोने के समय से 6 घंटे के अंदर कैफीन का सेवन करने से बचें। इसके बजाय,बाद में अपनी नींद में खलल डाले बिना सतर्कता बढ़ाने के लिए इसे अपनी शिफ्ट के पहले हाफ के दौरान रूप से इसका उपयोग करें।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें। एनबीटी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है।
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