नई दिल्लीः दिल्ली में शनिवार को तीसरे दिन शुष्क मौसम देखने को मिला। बादलों की गैरमौजूदगी और हल्की हवाओं के कारण दिन का तापमान बढ़ गया है। अगले एक सप्ताह तक तापमान 36 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जाने की संभावना नहीं है। बल्कि अगले सप्ताह की शुरुआत में तापमान में करीब 2 डिग्री की गिरावट आ सकती है। न्यूनतम तापमान लगभग 25 डिग्री सेल्सिय बना रहेगा।
दिल्ली के मौसम को इस समय दो चक्रवाती परिसंचरण प्रभावित कर रहे हैं। एक निम्न स्तर का परिसंचरण पश्चिम राजस्थान पर स्थित है और दूसरा झारखंड के ऊपर निम्न दबाव क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। इन दोनों को जोड़ने वाली पूरब-पश्चिम दिशा की ट्रफ दिल्ली के दक्षिण से होकर गुजर रही है, लेकिन यह बहुत पास है। जैसे-जैसे ये दोनों सिस्टम आगे बढ़ेंगे, ट्रफ धीरे-धीरे उत्तर की ओर खिसकेगी और शनिवार तक दिल्ली के उत्तर में पहुंच जाएगी। रविवार 22 जून तक यह ट्रफ पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के तराई क्षेत्रों में शिफ्ट हो जाएगी। इस ट्रफ की हलचल से किसी भी स्थान पर बारिश और गरज-चमक की गतिविधि शुरू हो सकती है। जिसमें दिल्ली में भी बारिश होने के आसार हैं।
राजस्थान के अनेक इलाकों में जोरदार बारिशदक्षिण पश्चिम मानसून की सक्रियता के चलते राजस्थान के अनेक इलाकों में जोरदार बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार बीते 24 घंटे में सबसे अधिक 165 मिलीमीटर बारिश टोंक के निवाई में हुई। विभाग के अनुसार शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक से पहले के 24 घंटे के दौरान पूर्वी राजस्थान में अधिकांश स्थानों पर बारिश हुई, पश्चिम राजस्थान में भी अनेक स्थानों पर भी बादल बरसे। विभाग ने कहा कि इस दौरान सर्वाधिक बारिश निवाई (टोंक) में 165 मिलीमीटर रही, इसके अलावा जयपुर के चाकसू में 153 मिलीमीटर, सवाई माधोपुर के चौथ का बरवाड़ा में 139 मिलीमीटर, दौसा के सिकराय में 119 मिलीमीटर, बूंदी में 116 मिलीमीटर, कोटा में 115 मिलीमीटर बारिश हुई।
इसके अनुसार 21 जून को भी राज्य के कुछ भागों में बारिश का दौर जारी रहने तथा 22-23 जून को भरतपुर, जयपुर, कोटा संभाग में कहीं-कहीं भारी व अति भारी बारिश होने की संभावना है। अगले कुछ दिनों तक देश के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों के लिए बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है। आइए जानते हैं कि आपके शहर में कैसा रहेगा मौसम।
उत्तर पश्चिम भारत, मध्य प्रदेश, गुजरात और कोंकण और गोवा में 21 से 26 जून 2025 के दौरान भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। गुजरात क्षेत्र और मध्य प्रदेश में 21 और 23 जून को अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है। इन जगहों पर 20 cm से भी ज़्यादा बारिश हो सकती है। पूर्वोत्तर भारत में अगले 3 दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। इसके बाद अगले 4 दिनों तक अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। दक्षिण-पश्चिम मानसून की बात करें तो, मानसून की उत्तरी सीमा अभी भी जयपुर,आगरा, रामपुर, देहरादून, शिमला, मनाली से होकर गुजर रही है।
मानसून को लेकर स्थितियां अनुकूलमौसम विभाग का कहना है कि अगले 2 दिनों में उत्तर अरब सागर के बाकी हिस्सों, राजस्थान के कुछ और हिस्सों, पश्चिम उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू और कश्मीर-गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और लद्दाख के कुछ और हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल हैं। इसके अलावा, अगले 2 दिनों में जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों और चंडीगढ़ और दिल्ली के बाकी हिस्सों में भी दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल बन रही हैं।
पूर्वोत्तर भारत में, अगले 7 दिनों तक कई/अधिकांश स्थानों पर गरज, बिजली और अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। 21 से 24 जून के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, बिहार में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 21 और 22 जून को, झारखंड में 22, 24 और 25 जून को, ओडिशा में 24 और 25 जून को, गांगेय पश्चिम बंगाल में 22 जून को और 24 से 26 जून के दौरान, विदर्भ में 24 से 27 जून के दौरान, छत्तीसगढ़ में 21 जून को और 24 से 27 जून के दौरान भारी बारिश होने की संभावना है। उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 22 जून को और छत्तीसगढ़ में 24 जून को बहुत भारी बारिश हो सकती है।
दिल्ली के मौसम को इस समय दो चक्रवाती परिसंचरण प्रभावित कर रहे हैं। एक निम्न स्तर का परिसंचरण पश्चिम राजस्थान पर स्थित है और दूसरा झारखंड के ऊपर निम्न दबाव क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। इन दोनों को जोड़ने वाली पूरब-पश्चिम दिशा की ट्रफ दिल्ली के दक्षिण से होकर गुजर रही है, लेकिन यह बहुत पास है। जैसे-जैसे ये दोनों सिस्टम आगे बढ़ेंगे, ट्रफ धीरे-धीरे उत्तर की ओर खिसकेगी और शनिवार तक दिल्ली के उत्तर में पहुंच जाएगी। रविवार 22 जून तक यह ट्रफ पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के तराई क्षेत्रों में शिफ्ट हो जाएगी। इस ट्रफ की हलचल से किसी भी स्थान पर बारिश और गरज-चमक की गतिविधि शुरू हो सकती है। जिसमें दिल्ली में भी बारिश होने के आसार हैं।
राजस्थान के अनेक इलाकों में जोरदार बारिशदक्षिण पश्चिम मानसून की सक्रियता के चलते राजस्थान के अनेक इलाकों में जोरदार बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार बीते 24 घंटे में सबसे अधिक 165 मिलीमीटर बारिश टोंक के निवाई में हुई। विभाग के अनुसार शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक से पहले के 24 घंटे के दौरान पूर्वी राजस्थान में अधिकांश स्थानों पर बारिश हुई, पश्चिम राजस्थान में भी अनेक स्थानों पर भी बादल बरसे। विभाग ने कहा कि इस दौरान सर्वाधिक बारिश निवाई (टोंक) में 165 मिलीमीटर रही, इसके अलावा जयपुर के चाकसू में 153 मिलीमीटर, सवाई माधोपुर के चौथ का बरवाड़ा में 139 मिलीमीटर, दौसा के सिकराय में 119 मिलीमीटर, बूंदी में 116 मिलीमीटर, कोटा में 115 मिलीमीटर बारिश हुई।
इसके अनुसार 21 जून को भी राज्य के कुछ भागों में बारिश का दौर जारी रहने तथा 22-23 जून को भरतपुर, जयपुर, कोटा संभाग में कहीं-कहीं भारी व अति भारी बारिश होने की संभावना है। अगले कुछ दिनों तक देश के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों के लिए बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है। आइए जानते हैं कि आपके शहर में कैसा रहेगा मौसम।
उत्तर पश्चिम भारत, मध्य प्रदेश, गुजरात और कोंकण और गोवा में 21 से 26 जून 2025 के दौरान भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। गुजरात क्षेत्र और मध्य प्रदेश में 21 और 23 जून को अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है। इन जगहों पर 20 cm से भी ज़्यादा बारिश हो सकती है। पूर्वोत्तर भारत में अगले 3 दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। इसके बाद अगले 4 दिनों तक अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। दक्षिण-पश्चिम मानसून की बात करें तो, मानसून की उत्तरी सीमा अभी भी जयपुर,आगरा, रामपुर, देहरादून, शिमला, मनाली से होकर गुजर रही है।
मानसून को लेकर स्थितियां अनुकूलमौसम विभाग का कहना है कि अगले 2 दिनों में उत्तर अरब सागर के बाकी हिस्सों, राजस्थान के कुछ और हिस्सों, पश्चिम उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू और कश्मीर-गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और लद्दाख के कुछ और हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल हैं। इसके अलावा, अगले 2 दिनों में जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों और चंडीगढ़ और दिल्ली के बाकी हिस्सों में भी दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल बन रही हैं।
पूर्वोत्तर भारत में, अगले 7 दिनों तक कई/अधिकांश स्थानों पर गरज, बिजली और अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। 21 से 24 जून के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, बिहार में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 21 और 22 जून को, झारखंड में 22, 24 और 25 जून को, ओडिशा में 24 और 25 जून को, गांगेय पश्चिम बंगाल में 22 जून को और 24 से 26 जून के दौरान, विदर्भ में 24 से 27 जून के दौरान, छत्तीसगढ़ में 21 जून को और 24 से 27 जून के दौरान भारी बारिश होने की संभावना है। उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 22 जून को और छत्तीसगढ़ में 24 जून को बहुत भारी बारिश हो सकती है।
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