अब से बासी रोटी फेंकने से पहले अपनी सेहत का ख्याल कर लीजिए क्योंकि यह रोटी आपके डायजेशन के लिए काफी असरदार हो सकती है। स्टार्च के साथ यह आपके लिए लाभकारी साबत होगी। इस बात का दावा एक यूट्यूब क्लिप में किया जा रहा है। इसमें सुबह रात की रोटी खाने की सलाह दी गई है।मगर दावे को सही मानने और लाइफस्टाइल में उतारने से पहले सजग फैक्ट चेक टीम की जांच पर नजर डाल लीजिए। इसमें डॉक्टर से मिली तथ्यात्मक जानकारी के आधार पर बासी रोटी का यह दावा सही पाया गया है। ऐसा क्यों हुआ है, आप भी जान लीजिए। 12 घंटे पुरानी रोटी फायदेमंदइस क्लिप में बासी रोटी के हेल्थ बेनिफिट बताए गए हैं। इसके अनुसार 12 घंटे पुरानी रोटी में रेजिस्टेंट स्टार्च इकट्ठा हो जाता है। यह स्टार्च ही पाचन के लिए बेस्ट रहता है। यह शुगर कंट्रोल में भी सहायक है। पूरी पोस्ट यह रही- फाइबर के फायदे
मेट्रो हॉस्पिटल, फरीदाबाद में डायरेक्टर-गैस्ट्रोएंटरोलॉजी डॉ. विशाल खुराना कहते हैं कि रात से रखी रोटी का स्टार्च रेजिस्टेंट हो जाता है। इसको बॉडी आसानी से डायजेस्ट नहीं कर पाती है लेकिन यह फाइबर की तरह काम करने लगता है। यह प्रीबायोटिक भी बन जाता है जिससे इंटेसटाइन में हेल्दी बैक्टीरिया बढ़ पाते हैं। अगर डायबिटीज हो तोअगर डायबिटीज है तो बासी रोटी आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकती है। इस रोटी का रेजिस्टेंट स्टार्च और हाई फाइबर आपको फायदा पहुंचा सकते हैं। डॉक्टर मानते हैं कि भले ही ताजी रोटी के अपने फायदे हैं जैसे पोषक तत्व और स्वाद लेकिन 12 से 15 घंटे तक हाइजीनिक तरीके से रखी गई रोटी भी पाचन को आसान बना सकती है। फ्रीजिंग है बेस्टबासी रोटी के मामले में फ्रीजिंग सही रहती है। इससे वजन भी कम हो सकता है क्योंकि इसका ग्लायसेमिक इंडेक्स कम और फाइबर कंटेंट ज्यादा होता है। इस रोटी को खाने के बाद ब्लड शुगर तुरंत नहीं बढ़ती है। यह रोटी पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराती है जिसका असर वजन पर दिखता है। निष्कर्ष यह रहा सजग फैक्ट चेक टीम ने अपनी जांच में दावे को सच पाया है। डॉक्टर मानते हैं कि बासी रोटी पाचन के साथ कई और फायदे भी देती है। लेकिन इसे साफ तरीके से रखा जाना चाहिए क्योंकि ऐसा न करने पर रोटी में बैक्टीरिया और फंगल ग्रोथ हो सकती है जो खाने के लिए सही नहीं होगी।
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