रश्मि खत्री, उधम सिंह नगर/देहरादून: एक वीडियो कॉल, कुवैत में बैठा दूल्हा और उत्तराखंड की दुल्हन ने तीन बार कबूल है कहा और उनका निकाह हो गया। यह डिजिटल निकाह उत्तराखंड में चर्चा का विषय बना हुआ है। उत्तराखंड के उधम सिंह नगर से डिजिटल निकाह का मामला सामने आया है। यह डिजिटल निकाह कुवैत में बैठे दूल्हे और उधम सिंह नगर की दुल्हन का हुआ है।
बाकायदा दोनों परिवारों की मौजूदगी में मौलवी ने निकाह करवाया। दुल्हन की रुखसती दूल्हे के छुट्टी पर आने के बाद होना तय किया गया है। डिजिटल युग में मोबाइल के जरिए तलाक के कई केस सामने आए हैं तो वहीं फोन और वीडियो कॉल अक्सर रिश्तो में दरार डालने वाले भी साबित हुए हैं। उत्तराखंड में इसके उलट मामला सामने आया है। यहां एक वीडियो कॉल के जरिए दो लोगों ने निकाह का कबूलनामा किया और बंधन में बंध गए। बताया जा रहा है कि दूल्हा और दुल्हन एक ही मोहल्ले के रहने वाले हैं। दूल्हा पिछले 3 साल से कुवैत में रहकर निजी कार चलाता है।
निकाह की बात दो महीने पहले शुरू हुई। जसपुर निवासी रफीक साहब ने अपने बेटे का रिश्ता उसी मोहल्ले की लड़की से तय किया। रिश्ता होने के बाद दोनों परिवारों ने एक साधारण समारोह में निकाहनामा पढ़वाया। मौलवी साहब, गवाह, वकील और परिवार के लोगों की मौजूदगी में दूल्हे को वीडियो कॉल किया गया। मौलवी ने दूल्हे से निकाह के लिए सहमति मांगी और दूल्हे ने तीन बार कबूल है कहा, जिसके बाद निकाह हो गया।
मौके पर मौजूद गवाहों ने हामी भरते हुए कागजातों पर हस्ताक्षर किए। इस डिजिटल निकाह के बाद दोनों पक्षों के लोगों ने एक-दूसरे को बधाई दी। दूल्हे के भाई नाजिम ने बताया कि दुल्हन की रुखसती ईद-उल-फितर पर कराई जाएगी। तब दूल्हा कुवैत से भारत लौटेगा। वहीं, इस डिजिटल शादी को लेकर क्षेत्र में चर्चाएं भी हो रही हैं।
बाकायदा दोनों परिवारों की मौजूदगी में मौलवी ने निकाह करवाया। दुल्हन की रुखसती दूल्हे के छुट्टी पर आने के बाद होना तय किया गया है। डिजिटल युग में मोबाइल के जरिए तलाक के कई केस सामने आए हैं तो वहीं फोन और वीडियो कॉल अक्सर रिश्तो में दरार डालने वाले भी साबित हुए हैं। उत्तराखंड में इसके उलट मामला सामने आया है। यहां एक वीडियो कॉल के जरिए दो लोगों ने निकाह का कबूलनामा किया और बंधन में बंध गए। बताया जा रहा है कि दूल्हा और दुल्हन एक ही मोहल्ले के रहने वाले हैं। दूल्हा पिछले 3 साल से कुवैत में रहकर निजी कार चलाता है।
निकाह की बात दो महीने पहले शुरू हुई। जसपुर निवासी रफीक साहब ने अपने बेटे का रिश्ता उसी मोहल्ले की लड़की से तय किया। रिश्ता होने के बाद दोनों परिवारों ने एक साधारण समारोह में निकाहनामा पढ़वाया। मौलवी साहब, गवाह, वकील और परिवार के लोगों की मौजूदगी में दूल्हे को वीडियो कॉल किया गया। मौलवी ने दूल्हे से निकाह के लिए सहमति मांगी और दूल्हे ने तीन बार कबूल है कहा, जिसके बाद निकाह हो गया।
मौके पर मौजूद गवाहों ने हामी भरते हुए कागजातों पर हस्ताक्षर किए। इस डिजिटल निकाह के बाद दोनों पक्षों के लोगों ने एक-दूसरे को बधाई दी। दूल्हे के भाई नाजिम ने बताया कि दुल्हन की रुखसती ईद-उल-फितर पर कराई जाएगी। तब दूल्हा कुवैत से भारत लौटेगा। वहीं, इस डिजिटल शादी को लेकर क्षेत्र में चर्चाएं भी हो रही हैं।
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