नई दिल्ली :   इंडियन नेवी ने कहा कि हम ऑपरेशन सिंदूर के लिए पूरी तरह तैनात भी हैं और साथ ही मित्र देशों के साथ नेवल एक्सराइज सहित दूसरे इंगेजमेंट भी जारी हैं। नेवी वाइस चीफ वाइस एडमिरल संजय वात्सायन ने कहा कि अगले साल फरवरी में विशाखापट्टनम में होने वाले इंटरनैशनल फ्लीट रिव्यू और मिलन एक्सरसाइज का यही संदेश है।   
   
वाइस एडमिरल वात्सायन ने एक साथ होने वाले फ्लीट रिव्यू और एक्सरसाइज के संदेश के बारे में पूछने पर कहा कि ऑपरेशन सिंदूर जारी है तो हम उस हिसाब से तैनात भी हैं और हमारी हर स्थिति से निपटने की पूरी तैयारी है। साथ ही हम मित्र देशों की नेवी के साथ अपने इंगेजमेंट जारी रख सकते हैं, यही संदेश है।
   
हिंद महासागर क्षेत्र में आने वाले हर शिप पर नेवी की पूरी नजर
नेवी वाइस चीफ ने कहा कि इंडियन ओशन रीजन (हिंद महासागर क्षेत्र) में आने वाले हर शिप पर नेवी की पूरी नजर है, इसमें चीन के शिप भी शामिल हैं। इंडियन ओशन रीजन में हर वक्त करीब 3 से 4 शिप मौजूद रहते हैं और कभी कभी इनकी संख्या 5 से 6 भी हो जाती है। उन्होंने कहा कि मौजूदा जियो पॉलिटिकल स्थिति के कारण हिंद महासागर क्षेत्र में बाहरी शक्तियों की लगातार मौजूदगी बनी हुई है। वे पहले भी यहां रहती थीं, लेकिन अब उनकी मौजूदगी और बढ़ रही है।
     
उन्होंने कहा कि मैं आपको भरोसा दिलाना चाहता हूं कि हम हर शिप पर नजर रख रहे हैं, वे क्या कर रहे हैं, आगे क्या करने की संभावना है, कब आते हैं और कब जाते हैं, इस सबकी जानकारी हमारे पास है। उन्होंने कहा कि चुनौतियां बनी हुई हैं लेकिन यह तय है कि दुनिया के लिए हिंद महासागर अब भी वस्तुओं और तेल के आवागमन का प्रमुख मार्ग है और यह स्थिति नहीं बदलेगी।
   
इंटरनैशनल फ्लीट रिव्यू 18 फरवरी को
   
पिछला इंटरनैशनल फ्लीट रिव्यू साल 2016 में हुआ था। अब 10 साल बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 18 फरवरी को इंटरनैशनल फ्लीट रिव्यू करेंगी साथ ही हर दो साल में होने वाली बड़ी मल्टीलेटरल नेवल एक्सरसाइज मिलन भी होगी। इसके लिए 55 से ज्यादा देशों ने आने पर सहमति दी है। जापान, ऑस्ट्रेलिया ने भी कंफर्म किया है और यूएस और रूस अपने शिप के साथ ही अपनी नेवी के एयर एसेस्ट यानी एयरक्राफ्ट के साथ भी आ सकते हैं।
   
  
वाइस एडमिरल वात्सायन ने एक साथ होने वाले फ्लीट रिव्यू और एक्सरसाइज के संदेश के बारे में पूछने पर कहा कि ऑपरेशन सिंदूर जारी है तो हम उस हिसाब से तैनात भी हैं और हमारी हर स्थिति से निपटने की पूरी तैयारी है। साथ ही हम मित्र देशों की नेवी के साथ अपने इंगेजमेंट जारी रख सकते हैं, यही संदेश है।
हिंद महासागर क्षेत्र में आने वाले हर शिप पर नेवी की पूरी नजर
नेवी वाइस चीफ ने कहा कि इंडियन ओशन रीजन (हिंद महासागर क्षेत्र) में आने वाले हर शिप पर नेवी की पूरी नजर है, इसमें चीन के शिप भी शामिल हैं। इंडियन ओशन रीजन में हर वक्त करीब 3 से 4 शिप मौजूद रहते हैं और कभी कभी इनकी संख्या 5 से 6 भी हो जाती है। उन्होंने कहा कि मौजूदा जियो पॉलिटिकल स्थिति के कारण हिंद महासागर क्षेत्र में बाहरी शक्तियों की लगातार मौजूदगी बनी हुई है। वे पहले भी यहां रहती थीं, लेकिन अब उनकी मौजूदगी और बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि मैं आपको भरोसा दिलाना चाहता हूं कि हम हर शिप पर नजर रख रहे हैं, वे क्या कर रहे हैं, आगे क्या करने की संभावना है, कब आते हैं और कब जाते हैं, इस सबकी जानकारी हमारे पास है। उन्होंने कहा कि चुनौतियां बनी हुई हैं लेकिन यह तय है कि दुनिया के लिए हिंद महासागर अब भी वस्तुओं और तेल के आवागमन का प्रमुख मार्ग है और यह स्थिति नहीं बदलेगी।
इंटरनैशनल फ्लीट रिव्यू 18 फरवरी को
पिछला इंटरनैशनल फ्लीट रिव्यू साल 2016 में हुआ था। अब 10 साल बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 18 फरवरी को इंटरनैशनल फ्लीट रिव्यू करेंगी साथ ही हर दो साल में होने वाली बड़ी मल्टीलेटरल नेवल एक्सरसाइज मिलन भी होगी। इसके लिए 55 से ज्यादा देशों ने आने पर सहमति दी है। जापान, ऑस्ट्रेलिया ने भी कंफर्म किया है और यूएस और रूस अपने शिप के साथ ही अपनी नेवी के एयर एसेस्ट यानी एयरक्राफ्ट के साथ भी आ सकते हैं।
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