श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के बालटाल स्थित यात्री निवास परिसर का उद्घाटन किया। यह परिसर श्रीनगर से करीब 92 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में स्थित है। इस अवसर पर उपराज्यपाल ने बताया कि अब तक 20,000 से अधिक श्रद्धालु पवित्र अमरनाथ गुफा के दर्शन कर चुके हैं। उधर, जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से तीसरे जत्थे के रूप में 6,411 श्रद्धालु हिमालय स्थित इस तीर्थ की ओर रवाना हुए। इस वर्ष की वार्षिक अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू हुई है और 9 अगस्त को संपन्न होगी। यह यात्रा पहलगाम (अनंतनाग) और बालटाल (गांदरबल) दोनों मार्गों से कड़ी सुरक्षा के बीच सुचारु रूप से जारी है।
तीसरे जत्थे के श्रद्धालु केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की सुरक्षा में कुल 291 वाहनों में रवाना हुए। इनमें से 3,622 श्रद्धालुओं ने पहलगाम मार्ग चुना, जबकि 2,789 बालटाल मार्ग से यात्रा पर निकले। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जम्मू-कश्मीर की जनता की सराहना करते हुए कहा कि वे श्रद्धालुओं का दिल खोलकर स्वागत कर रहे हैं। पूरे जम्मू-कश्मीर में उत्सव का माहौल है। श्रद्धालु इस आस्था और परंपरा की यात्रा का हिस्सा बनकर खुद को धन्य महसूस कर रहे हैं।
श्रद्धालुओं को भी यहां ठहराया जाएगा
उन्होंने बताया कि बालटाल यात्री निवास परिसर को ओएनजीसी (ONGC) द्वारा अपने कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) पहल के तहत विकसित किया गया है, जो 800 श्रद्धालुओं की आवासीय क्षमता रखता है और इसमें पंजीकरण की सुविधा भी उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि निर्धारित तिथि से पहले पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को भी यहां ठहराया जाएगा, हालांकि पूर्व पंजीकृत यात्रियों को प्राथमिकता दी जाएगी। ओएनजीसी इसी तरह के यात्री निवास सिधड़ा, नुनवान और बिजबेहरा में भी विकसित कर रहा है, जिन पर कुल 240 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
इस बार यात्रा मार्गों को चौड़ा किया गया
सिन्हा ने यह भी कहा कि इस बार यात्रा मार्गों को चौड़ा किया गया है, सुरक्षा रेलिंग लगाई गई है और ग्रिड से बिजली आपूर्ति के साथ रास्तों को रोशन किया गया है, जिससे यात्रा अब पहले से कहीं ज्यादा सुरक्षित हो गई है और 24x7 निगरानी की जा रही है। अब तक 3.5 लाख से अधिक श्रद्धालु ऑनलाइन पंजीकरण करा चुके हैं। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात सुचारु रूप से चल सके, इसके लिए विशेष यातायात सलाह और निर्धारित कट-ऑफ समय जारी किया गया है।
तीसरे जत्थे के श्रद्धालु केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की सुरक्षा में कुल 291 वाहनों में रवाना हुए। इनमें से 3,622 श्रद्धालुओं ने पहलगाम मार्ग चुना, जबकि 2,789 बालटाल मार्ग से यात्रा पर निकले। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जम्मू-कश्मीर की जनता की सराहना करते हुए कहा कि वे श्रद्धालुओं का दिल खोलकर स्वागत कर रहे हैं। पूरे जम्मू-कश्मीर में उत्सव का माहौल है। श्रद्धालु इस आस्था और परंपरा की यात्रा का हिस्सा बनकर खुद को धन्य महसूस कर रहे हैं।
श्रद्धालुओं को भी यहां ठहराया जाएगा
उन्होंने बताया कि बालटाल यात्री निवास परिसर को ओएनजीसी (ONGC) द्वारा अपने कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) पहल के तहत विकसित किया गया है, जो 800 श्रद्धालुओं की आवासीय क्षमता रखता है और इसमें पंजीकरण की सुविधा भी उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि निर्धारित तिथि से पहले पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को भी यहां ठहराया जाएगा, हालांकि पूर्व पंजीकृत यात्रियों को प्राथमिकता दी जाएगी। ओएनजीसी इसी तरह के यात्री निवास सिधड़ा, नुनवान और बिजबेहरा में भी विकसित कर रहा है, जिन पर कुल 240 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
इस बार यात्रा मार्गों को चौड़ा किया गया
सिन्हा ने यह भी कहा कि इस बार यात्रा मार्गों को चौड़ा किया गया है, सुरक्षा रेलिंग लगाई गई है और ग्रिड से बिजली आपूर्ति के साथ रास्तों को रोशन किया गया है, जिससे यात्रा अब पहले से कहीं ज्यादा सुरक्षित हो गई है और 24x7 निगरानी की जा रही है। अब तक 3.5 लाख से अधिक श्रद्धालु ऑनलाइन पंजीकरण करा चुके हैं। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात सुचारु रूप से चल सके, इसके लिए विशेष यातायात सलाह और निर्धारित कट-ऑफ समय जारी किया गया है।
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