सुनील मिश्रा, संभल: उत्तर प्रदेश के संभल जनपद में आज दोपहर के समय सरायतरीन कस्बे में एक हैंडीक्राफ्ट कारखाने में भीषण अग्निकांड हुआ। यहां फैक्ट्री के अंदर अचानक से भीषण आग लग गई। आग इतनी भयावह थी कि देखते ही देखते पूरा कारखाना जलकर खाक हो गया। उठती आग की लपटों के बीच बताते है कि कारखाने में रखे कैमिकल से भरे ड्रमों के फटने से स्थिति गंभीर हो गई। लगातार चार घंटों तक धुएं के साथ आग की विकराल लपटें दूरदराज तक नजर आईं। और आग की लपटों को देख आसपास के इलाकों में अफरा-तफरी सी मच गई।
मिली जानकारी के अनुसार संभल के मोहल्ला भूडा स्थित वसीम का हैंडीक्राफ्ट कारखाना अचानक आग की चपेट में आ गया। कारखाने में रखे ज्वलनशील पदार्थ और कैमिकल के कारण आग ने तेजी से विकराल रूप धारण कर लिया। आग लगने की सूचना के बाद दमकल की दो गाडियां मौके पर पहुंच गई और पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से करीब दो घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
हालांकि तब तक पूरा कारखाना पूरी तरह जल चुका था। आग लगने के कारणों का अभी तक स्पष्ट तौर पर कुछ पता नहीं चल सका। अनुमान यह लगाया जा रहा है कि आग लगने का कारण शॉर्ट-सर्किट या फिर कैमिकल के रिसाव से यह हादसा हुआ हो। गनीमत ये रही कि इस भीषण अग्निकांड में कोई जनहानि नहीं हुई समय रहते आग पर काबू पा लिया गया वरना बड़ा हादसा हो सकता था।
सूत्रों की मानें तो सरायतरीन में हैंडीक्राफ्ट उद्योग का बड़ा जाल फैला हुआ है। यहां सैकडों छोटी-बड़ी यूनिटें घरों और तंग गलियों से संचालित होती है। ऐसे में जब भी आग लगती है। दमकल वाहनों को मौके तक पहुंचने में भारी समस्या का सामना करना पड़ता तब कहीं जाकर मौके पर पहुंच कर आग बुझाने की कोशिश शुरू की जाती है। आए दिन इस तरह के हादसे लोगों की जान और रोजगार दोनों पर खतरा बनते जा रहे है। घनी आबादी वाले क्षेत्रों में चल रहे ऐसे कारखानों की सुरक्षा मानकों की जांच कराई जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं और हादसों को रोका जा सके।
मिली जानकारी के अनुसार संभल के मोहल्ला भूडा स्थित वसीम का हैंडीक्राफ्ट कारखाना अचानक आग की चपेट में आ गया। कारखाने में रखे ज्वलनशील पदार्थ और कैमिकल के कारण आग ने तेजी से विकराल रूप धारण कर लिया। आग लगने की सूचना के बाद दमकल की दो गाडियां मौके पर पहुंच गई और पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से करीब दो घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
हालांकि तब तक पूरा कारखाना पूरी तरह जल चुका था। आग लगने के कारणों का अभी तक स्पष्ट तौर पर कुछ पता नहीं चल सका। अनुमान यह लगाया जा रहा है कि आग लगने का कारण शॉर्ट-सर्किट या फिर कैमिकल के रिसाव से यह हादसा हुआ हो। गनीमत ये रही कि इस भीषण अग्निकांड में कोई जनहानि नहीं हुई समय रहते आग पर काबू पा लिया गया वरना बड़ा हादसा हो सकता था।
सूत्रों की मानें तो सरायतरीन में हैंडीक्राफ्ट उद्योग का बड़ा जाल फैला हुआ है। यहां सैकडों छोटी-बड़ी यूनिटें घरों और तंग गलियों से संचालित होती है। ऐसे में जब भी आग लगती है। दमकल वाहनों को मौके तक पहुंचने में भारी समस्या का सामना करना पड़ता तब कहीं जाकर मौके पर पहुंच कर आग बुझाने की कोशिश शुरू की जाती है। आए दिन इस तरह के हादसे लोगों की जान और रोजगार दोनों पर खतरा बनते जा रहे है। घनी आबादी वाले क्षेत्रों में चल रहे ऐसे कारखानों की सुरक्षा मानकों की जांच कराई जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं और हादसों को रोका जा सके।
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