पटना: अल्पसंख्यकों से संवाद करने पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यक्रम में उनकी सरकार के खिलाफ नारेबाजी हुई है। हालांकि सीएम नीतीश के कार्यक्रम स्थल से निकलने के बाद नारेबाजी हुई। वहां मौजूद कुछ लोगों ने शोर शराबा किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। मंच से बार-बार शांति बनाए रखने की अपील होती रही, लेकिन वहां मौजूद कुछ लोग लगातार नारेबाजी करते रहे। यह संवाद कार्यक्रम मदरसा बोर्ड की ओर से आयोजित कराया गया था।
इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के बापू सभागार में अल्पसंख्यक समाज के लोगों के साथ संवाद किया। यहां सीएम ने कहा कि किसी भी समस्या की अनदेखी नहीं की जाएगी। कोई भी दिक्कत हो तो हमें बताएं। सीएम नीतीश ने कहा कि हम तो उनके साथ गए थे, उन लोगों ने (लालू-राबड़ी) कुछ नहीं किया तो हमने उनका साथ छोड़ दिया। आज भी वो लोग कुछ नहीं कर रहे हैं।
सीएम ने कहा कि आप दोनों के कामों की तुलना जरूर कीजिएगा। उन्होंने कहा कि इन्हें दो बार मौका मिला, लेकिन कुछ नहीं किए। पहले इनके माता-पिता फिर मैंने इनके लड़के को मौका दिया। जब ये लोग गड़बड़ करने लगे तो हमने इनको छोड़ दिया।
सीएम ने याद कराया कि मुस्लिम वर्ग के युवाओं की पढ़ाई-लिखाई के लिए कई योजनाएं लागू की गईं। पहले अल्पसंख्यक कल्याण विभाग का बजट महज तीन करोड़ 54 लाख रुपये होता था। आज इसे बढ़ाकर एक हजार 80 करोड़ रुपये किया गया है। सीएम ने आश्वासन दिया कि अल्पसंख्यकों को कोई दिक्क्त परेशानी हो तो तत्काल बताइए, उसे दूर किया जाएगा।
बताया जा रहा है कि कार्यक्रम को प्रभावित करने के लिए कुछ लोगों ने जानबूझकर इस तरह की हरकत की है। जेडीयू की ओर से आरोप लगाया गया है कि विपक्षी पार्टियों की सह पर इस तरह की घटनाएं कराई जाती है।
इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के बापू सभागार में अल्पसंख्यक समाज के लोगों के साथ संवाद किया। यहां सीएम ने कहा कि किसी भी समस्या की अनदेखी नहीं की जाएगी। कोई भी दिक्कत हो तो हमें बताएं। सीएम नीतीश ने कहा कि हम तो उनके साथ गए थे, उन लोगों ने (लालू-राबड़ी) कुछ नहीं किया तो हमने उनका साथ छोड़ दिया। आज भी वो लोग कुछ नहीं कर रहे हैं।
#Patna: अल्पसंख्यक संवाद कार्यक्रम में CM नीतीश के खिलाफ हंगामा। सीएम के कार्यक्रम से निकलने के बाद कुछ लोगों ने की नारेबाजी। @RJDforIndia pic.twitter.com/GKb4I8GGfb
— NBT Bihar (@NBTBihar) August 21, 2025
सीएम ने कहा कि आप दोनों के कामों की तुलना जरूर कीजिएगा। उन्होंने कहा कि इन्हें दो बार मौका मिला, लेकिन कुछ नहीं किए। पहले इनके माता-पिता फिर मैंने इनके लड़के को मौका दिया। जब ये लोग गड़बड़ करने लगे तो हमने इनको छोड़ दिया।
सीएम ने याद कराया कि मुस्लिम वर्ग के युवाओं की पढ़ाई-लिखाई के लिए कई योजनाएं लागू की गईं। पहले अल्पसंख्यक कल्याण विभाग का बजट महज तीन करोड़ 54 लाख रुपये होता था। आज इसे बढ़ाकर एक हजार 80 करोड़ रुपये किया गया है। सीएम ने आश्वासन दिया कि अल्पसंख्यकों को कोई दिक्क्त परेशानी हो तो तत्काल बताइए, उसे दूर किया जाएगा।
बताया जा रहा है कि कार्यक्रम को प्रभावित करने के लिए कुछ लोगों ने जानबूझकर इस तरह की हरकत की है। जेडीयू की ओर से आरोप लगाया गया है कि विपक्षी पार्टियों की सह पर इस तरह की घटनाएं कराई जाती है।
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