नई दिल्ली: भारत-पाकिस्तान के बीच बुधवार देर रात बड़ा तनाव पैदा हो गया है। भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर हमला किया। भारतीय सेना के मुताबिक 9 आतंकी ठिकानों को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया गया है। वहीं इसके बाद पाकिस्तान ने सीमा पर ताबड़तोड़ हमला शुरू कर दिया है। साथ ही पाकिस्तान पीएम शहबाज शरीफ ने भारत पर जवाबी कार्रवाई की बात कही। स्थिति को देखते हुए इस पूरे मामले में अमेरिका की भी इंट्री हो गई है। बताया जा रहा है कि भारत ने अमेरिको को कार्रवाई की जानकारी देकर संतुष्ट कर दिया है।अमेरिका में भारत की एंबेसी ने बयान जारी किया है। हमलों के तुरंत बाद भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने अमेरिका के एनएसए और विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बात की और उन्हें भारत की तरफ से की गई कार्रवाई की जानकारी दी। बयान में कहा गया है कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों ने एक निर्मम और जघन्य हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या कर दी। अमेरिका का भारत को साथ मिलभारत के पास इस हमले में पाकिस्तान-आधारित आतंकवादियों की स्पष्ट संलिप्तता की ओर इशारा करने वाले पुख्ता सुराग, तकनीकी जानकारी, पीड़ितों के बयान और अन्य साक्ष्य मौजूद हैं। अमेरिका ने कहा कि यह अपेक्षित था कि पाकिस्तान आतंकवादियों और उन्हें समर्थन देने वाले ढांचे के खिलाफ कार्रवाई करेगा। हालांकि बीते पखवाड़े में पाकिस्तान ने इससे इनकार करते हुए भारत पर ‘फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन’ के झूठे आरोप लगाए हैं।इसमें कहा गया कि भारत की कार्रवाई लक्ष्यभेदी और सटीक रही। यह सोच-समझकर, जिम्मेदारी से और स्थिति को न बढ़ाने के इरादे से की गई थी। किसी भी पाकिस्तानी नागरिक, आर्थिक या सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया। केवल ज्ञात आतंकी ठिकानों को ही लक्ष्य बनाया गया।
You may also like
एयर इंडिया, इंडिगो की कई उड़ानें रद्द, यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी
रोहित और कोहली के सन्यास से इन 10 भारतीय खिलाड़ियों का करियर भी हुआ तबाह, जानिए क्या है बडी वजह
राजस्थान के बॉर्डर वाले जिलों में सामान्य हुए हालात, सुरक्षा बल अभी भी सतर्क
ब्रिटेन नागरिकता: नियमों में बड़ा बदलाव, अंग्रेजी और समयसीमा अहम
जयपुर में घर लेने का सुनहरा मौका! मानसरोवर और प्रताप नगर में नई फ्लैट योजना लॉन्च, आज से आवेदन प्रक्रिया शुरू