बेगूसराय: ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते संघर्ष के बीच, बिहार के बेगूसराय में एक परिवार ईरान में फंसे अपने बेटे की सुरक्षित वापसी के लिए केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग कर रहा है। बारी बलिया गांव के मैकेनिकल इंजीनियर सैयद सैफुल्लाह का परिवार 18 जून से संपर्क नहीं कर पा रहा है। दो महीने पहले वह सऊदी अरब गया था और बाद में 12 जून को काम के लिए ईरान चला गया।
छोटे भाई ने दी जानकारी
सैफुल्लाह के छोटे भाई मोहम्मद असदुल्लाह आज़ाद ने कहा कि हमने आखिरी बार उससे बुधवार को बात की थी, लेकिन उसके बाद से उससे बात नहीं हो पाई। इस वजह से पूरा परिवार चिंतित है। जब हमने पहले बात की थी, तो उसने हमें बताया था कि वह सुरक्षित जगह पर है... लेकिन अब हम उससे बात नहीं कर पा रहे हैं। असदुल्लाह ने बताया कि सैफुल्लाह ने कॉल करने के लिए 1,098 रुपए का रोमिंग रिचार्ज मांगा था, लेकिन कोई संपर्क नहीं हुआ। उनके व्हाट्सएप पर आखिरी सीन 18 जून को 1:51 बजे दिखा रहा है।
परिजनों को डर
सैफुल्लाह की जान को खतरा होने के डर से परिवार ने 20 जून को बेगूसराय जिला मजिस्ट्रेट को एक लिखित अपील प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि सैफुल्लाह संभवतः एक तेल रिफाइनरी के पास रहा होगा, जिसे कथित तौर पर इजरायल ने निशाना बनाया था। असदुल्लाह ने कहा कि हम चाहते हैं कि वह सुरक्षित घर वापस आ जाए। मुझे डर है कि दो देशों के बीच युद्ध में किसी व्यक्ति की जान का कोई महत्व नहीं है।
बिहार का इंजीनियर
पिछले साल सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर में शादी करने वाले सैफुल्लाह उन कई भारतीयों में से एक थे, जो इजरायल और ईरान के बीच चल रहे सशस्त्र संघर्ष के बीच फंसे हुए थे। भारत सरकार ने ईरान से अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए ऑपरेशन सिंधु शुरू किया है । अब तक 500 से ज़्यादा लोगों को सफलतापूर्वक निकाला जा चुका है।
छोटे भाई ने दी जानकारी
सैफुल्लाह के छोटे भाई मोहम्मद असदुल्लाह आज़ाद ने कहा कि हमने आखिरी बार उससे बुधवार को बात की थी, लेकिन उसके बाद से उससे बात नहीं हो पाई। इस वजह से पूरा परिवार चिंतित है। जब हमने पहले बात की थी, तो उसने हमें बताया था कि वह सुरक्षित जगह पर है... लेकिन अब हम उससे बात नहीं कर पा रहे हैं। असदुल्लाह ने बताया कि सैफुल्लाह ने कॉल करने के लिए 1,098 रुपए का रोमिंग रिचार्ज मांगा था, लेकिन कोई संपर्क नहीं हुआ। उनके व्हाट्सएप पर आखिरी सीन 18 जून को 1:51 बजे दिखा रहा है।
परिजनों को डर
सैफुल्लाह की जान को खतरा होने के डर से परिवार ने 20 जून को बेगूसराय जिला मजिस्ट्रेट को एक लिखित अपील प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि सैफुल्लाह संभवतः एक तेल रिफाइनरी के पास रहा होगा, जिसे कथित तौर पर इजरायल ने निशाना बनाया था। असदुल्लाह ने कहा कि हम चाहते हैं कि वह सुरक्षित घर वापस आ जाए। मुझे डर है कि दो देशों के बीच युद्ध में किसी व्यक्ति की जान का कोई महत्व नहीं है।
बिहार का इंजीनियर
पिछले साल सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर में शादी करने वाले सैफुल्लाह उन कई भारतीयों में से एक थे, जो इजरायल और ईरान के बीच चल रहे सशस्त्र संघर्ष के बीच फंसे हुए थे। भारत सरकार ने ईरान से अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए ऑपरेशन सिंधु शुरू किया है । अब तक 500 से ज़्यादा लोगों को सफलतापूर्वक निकाला जा चुका है।
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