नई दिल्ली/जयपुर: राजस्थान हाईकोर्ट को लंबे समय से जजों की कमी से जूझना पड़ रहा था, लेकिन अब केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश पर 7 नए जजों की नियुक्ति का आदेश जारी कर दिया है। इनमें 6 वकील और 1 न्यायिक अधिकारी शामिल हैं। 22 जुलाई को जारी इस नोटिफिकेशन के बाद अब हाईकोर्ट में जजों की संख्या 43 हो गई है, जबकि स्वीकृत पद 50 हैं।
चार जयपुर, दो जोधपुर से वकील बने जज
नवनियुक्त 6 वकीलों में 4 जयपुर और 2 जोधपुर में प्रैक्टिस कर रहे थे। वहीं, न्यायिक सेवा से संगीता शर्मा को जज नियुक्त किया गया है। हाईकोर्ट में मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जजों की संख्या बढ़ाने की मांग काफी समय से हो रही थी। इस नियुक्ति से उम्मीद है कि न्यायिक प्रक्रिया को गति मिलेगी।
2025 में रिकॉर्ड 15 जजों की नियुक्ति
इस साल राजस्थान हाईकोर्ट में अब तक 15 नए जज नियुक्त हो चुके हैं, जो किसी एक वर्ष में सर्वाधिक है। जनवरी में 3, मार्च में 4 और अब जुलाई में 7 जजों की नियुक्ति हुई। खास बात यह भी रही कि देश में पहली बार किसी हाईकोर्ट में दो दंपती जज बने हैं।
6 लाख केस लंबित, हर जज पर 16 हजार मुकदमे
अप्रैल 2025 तक राजस्थान हाईकोर्ट में 6 लाख से अधिक केस लंबित थे। यहां हर जज पर औसतन 16 हजार मामलों का बोझ है। मार्च में जयपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में हाईकोर्ट के तत्कालीन न्यायाधीश ने विधि मंत्री अर्जुनराम मेघवाल के सामने जजों की संख्या 50 से बढ़ाकर 70 करने की मांग रखी थी। चूंकि विधि मंत्री भी राजस्थान से हैं, इसलिए न्यायपालिका को उम्मीद है कि इस दिशा में जल्द कदम उठाए जाएंगे।
दूसरी बार 40 से ज्यादा जज
राजस्थान हाईकोर्ट में यह दूसरी बार है जब जजों की संख्या 40 के पार पहुंची है। इससे पहले जुलाई 2023 में संख्या 41 तक पहुंची थी। अब जजों की संख्या बढ़ने से न्यायिक प्रक्रिया में तेजी आने की संभावना जताई जा रही है।
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चार जयपुर, दो जोधपुर से वकील बने जज
नवनियुक्त 6 वकीलों में 4 जयपुर और 2 जोधपुर में प्रैक्टिस कर रहे थे। वहीं, न्यायिक सेवा से संगीता शर्मा को जज नियुक्त किया गया है। हाईकोर्ट में मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जजों की संख्या बढ़ाने की मांग काफी समय से हो रही थी। इस नियुक्ति से उम्मीद है कि न्यायिक प्रक्रिया को गति मिलेगी।
2025 में रिकॉर्ड 15 जजों की नियुक्ति
इस साल राजस्थान हाईकोर्ट में अब तक 15 नए जज नियुक्त हो चुके हैं, जो किसी एक वर्ष में सर्वाधिक है। जनवरी में 3, मार्च में 4 और अब जुलाई में 7 जजों की नियुक्ति हुई। खास बात यह भी रही कि देश में पहली बार किसी हाईकोर्ट में दो दंपती जज बने हैं।
6 लाख केस लंबित, हर जज पर 16 हजार मुकदमे
अप्रैल 2025 तक राजस्थान हाईकोर्ट में 6 लाख से अधिक केस लंबित थे। यहां हर जज पर औसतन 16 हजार मामलों का बोझ है। मार्च में जयपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में हाईकोर्ट के तत्कालीन न्यायाधीश ने विधि मंत्री अर्जुनराम मेघवाल के सामने जजों की संख्या 50 से बढ़ाकर 70 करने की मांग रखी थी। चूंकि विधि मंत्री भी राजस्थान से हैं, इसलिए न्यायपालिका को उम्मीद है कि इस दिशा में जल्द कदम उठाए जाएंगे।
दूसरी बार 40 से ज्यादा जज
राजस्थान हाईकोर्ट में यह दूसरी बार है जब जजों की संख्या 40 के पार पहुंची है। इससे पहले जुलाई 2023 में संख्या 41 तक पहुंची थी। अब जजों की संख्या बढ़ने से न्यायिक प्रक्रिया में तेजी आने की संभावना जताई जा रही है।
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