US Student Visa Revocation Options: अमेरिका में विदेशी छात्रों पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है। 300 से ज्यादा छात्रों के वीजा रद्द किए गए हैं। सबसे ज्यादा हैरानी वाली बात ये है कि वीजा रद्द होने की वजह भी नहीं बताई जा रही है। वहीं कई बार तो मामूली गलतियों की वजह से भी वीजा रद्द किए गए हैं। कुछ छात्रों को अदालत ने बेगुनाह साबित कर दिया था, फिर भी उनके वीजा रद्द कर दिए गए। ऐसे में आइए उन पांच उपायों के बारे में जानते हैं, जो वीजा रद्द होने के समय स्टूडेंट अपना सकते हैं। (1.) अमेरिका छोड़ें और फिर वापस दाखिल होंस्टूडेंट वीजा कैंसिल होने पर छात्रों को अमेरिका छोड़ देना चाहिए और फिर से वापस आने की कोशिश करनी चाहिए। उन्हें अपनी यूनिवर्सिटी से नए फॉर्म I-20 लेने की जरूरत होगी। साथ ही SEVIS फीस भी दोबारा भरना होगा। इसके अलावा उन्हें नए सिरे से स्टूडेंट वीजा के लिए अप्लाई करना होगा। वीजा मिलने पर वे वापस अमेरिका आकर पढ़ाई कर सकते हैं। इसका सबसे ज्यादा फायदा ये है कि छात्र कानूनी रूप से दोबारा स्टूडेंट बन जाएंगे और उनकी अपनी यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिलेगा। (2.) अमेरिका में रहकर कानूनी लड़ाई लड़नादूसरा विकल्प अमेरिका में रहकर वीजा रद्द करने को अदालत में चुनौती देना। छात्र अमेरिका में रहकर वीजा रद्द करने के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें एक वकील की जरूरत पड़ेगी। अमेरिका में रहने की वजह से उन्हें अदालत से मदद मिलने की उम्मीद भी बढ़ जाएगी। इस प्रक्रिया में दिक्कत ये है कि वकील की फीस काफी महंगी होती है और जब तक अदालत का आदेश नहीं आ जाता है, तब तक छात्र के ऊपर डिपोर्ट किए जाने का खतरा मंडराता रहेगा। (3.) वर्क वीजा हासिल करनास्टूडेंट वीजा रद्द होने के बाद छात्र को अगर किसी कंपनी से जॉब स्पांसरशिप मिल जाती है, तो वह वर्क वीजा हासिल कर सकते हैं। वीजा मिलने के बाद वे अमेरिका से बाहर जाकर वापस आ सकते हैं। इससे छात्र अमेरिका में रहकर काम कर सकते हैं। उन्हें लंबे समय तक नौकरी मिल सकती है। सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि स्टूडेंट वीजा कैंसिल होने की टेंशन भी तुरंत ही खत्म हो जाएगी, क्योंकि अब उनके पास वर्क वीजा के तहत काम करने का अधिकार है। (4.) डिग्री को रिमोटली पूरा करेंवीजा रद्द होने के बाद छात्र चाहें तो अपनी डिग्री को रिमोटली पूरी कर सकते हैं। इसके तहत छात्रों को ऑनलाइन क्लास लेकर अपनी डिग्री पूरी करनी होगी। इसका फायदा ये है कि छात्र की पढ़ाई तो जारी रहेगी ही, साथ ही उन्हें इमिग्रेशन से जुड़ी समस्याओं को भी नहीं झेलना होगा। हालांकि, उन्हें यहां इस बात का पता लगाने की जरूरत होगा कि क्या उनकी यूनिवर्सिटी रिमोटली पढ़ाने को तैयार है। (5.) कानूनी लड़ाई में शामिल होनाछात्र उन मुकदमों में शामिल हो सकते हैं जो दूसरे छात्रों ने दायर किए हैं, जैसे कि यूनिवर्सिटी यूनियनों द्वारा दायर किया गया पहला संशोधन का मामला। इसके फायदे ये हैं कि इसमें कम खर्चा आता है। ज्यादा लोगों के शामिल होने से इसका असर पड़ सकता है। लेकिन इसमें कुछ दिक्कतें भी हैं, जैसे कानूनी तर्क सभी छात्रों के लिए अलग-अलग नहीं हो सकते। मुकदमे का फैसला आने में सालों लग सकते हैं।
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