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रामद्रोही तो हैं ही, कृष्णद्रोही भी हैं... गोरखपुर में अखिलेश यादव पर सीएम योगी का बड़ा हमला

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गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में सीएम योगी आदित्यनाथ का समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जोरदार हमला बोला है। सपा अध्यक्ष के खिलाफ उन्होंने कड़ा प्रहार करते हुए कृष्णद्रोही करार दे दिया। दरअसल, भारतीय जनता पार्टी की ओर से अखिलेश यादव पर रामद्रोही होने का आरोप लगता रहा है। अब सीएम योगी ने नया हमला बोला है। सीएम योगी गोरखपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के 'विचार परिवार कुंटुंब स्नेह मिलन' कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे थे। दरअसल, पिछले दिनों दीपावली के दीयों को लेकर अखिलेश यादव ने बड़ा बयान दिया था। उन्होंने क्रिसमस से प्रेरणा लेते हुए दीयों को छोड़कर लाइटों के इस्तेमाल की वकालत की। इसके बाद से लगातार वे भाजपा के निशाने पर हैं।

सीएम योगी ने क्या कहा?सीएम योगी ने गोरखपुर के कार्यक्रम में अखिलेश यादव पर बड़ा हमला बोलते हुए उन्हें सनातन विरोधी करार दिया। सीएम योगी ने कहा कि अखिलेश यादव को हिंदुओं के व्रत और त्योहार पसंद नहीं हैं। अखिलेश को कंस और दुर्योधन पसंद हैं। देश और प्रदेश का सनातन समाज समाजवादी पार्टी को कभी माफ नहीं करेगा। समाजवादी पार्टी रामद्रोही तो है ही, कृष्णद्रोही भी है। वे सनातन पर्व और त्योहारों के भी द्रोही हैं।

सीएम योगी ने हमलावर रुख अपनाते हुए कहा कि अखिलेश यादव को दीया जलाने में दिक्कत होती है। उन्होंने करारा हमला बोलते हुए कहा कि विरासत में गद्दी मिलती है, बुद्धि नहीं। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव का बयान बचकाना है। उनके बयानों से राष्ट्र समाज विरोधी काम को आश्रय मिल रहा है।

आरएसएस के कार्यक्रम में हमलागोरखपुर में आयोजित आरएसएस के कार्यक्रम में सीएम योगी का हमला सामने आया है। सीएम ने कहा कि उन्होंने (अखिलेश यादव) कहा कि दीप जलाने की आवश्यकता क्या है? इसका अर्थ है कि उन्हें दीपावली से नफरत है। अभी तक तो हम समझते थे कि इनको अयोध्या में राम जन्मभूमि और हिंदू देवताओं से ही इनको नफरत होगी। आप याद करिए, हमने जब वृज तीर्थ विकास परिषद का गठन किया था, तो उन्होंने कहा था कि मैं सैफई में दुर्योधन की मूर्ति लगाउंगा।

सीएम योगी ने तंज कसते हुए कहा कि हमने कहा, कंस की भी लगा दीजिए। हम तो भगवान कृष्ण की मथुरा को सजाएंगे और संवारेंगे, क्योंकि ये हमलोगों के संस्कार हैं। आपको दुर्योधन-कंस प्यारे हैं, आप उनकी लगाइए। अब यही बात उन्होंने दीपावली पर कही है। इसका अर्थ है कि वे रामद्रोही ही नहीं हैं, कृष्णद्रोही भी हैं।
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