नई दिल्ली: द्वारका के 7 सेक्टरों और करीब 12 से अधिक कॉलोनियों में दो दिन से पानी नहीं है। जल बोर्ड इंजीनियरों की लापरवाही के चलते उमस भरी इस गर्मी में पानी की किल्लत से लोग परेशान है। बताया जा रहा है कि कमांड टैंक-2 से पानी जिन दो अंडरग्राउंड रिजर्वेयर (यूजीआर) में जाता है, उसकी पाइप लाइन में लीकेज थी और इंजीनियरों ने ध्यान ही नहीं दिया।
इन इलाकों में सप्लाई होता है पानी
द्वारका वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से रोजाना करीब 50 एमजीडी पानी उत्पादन होता है और 6 कमांड टैंक में इसे सप्लाई किया जाता है। कमांड टैंक से पानी यूजीआर में सप्लाई होता है। कमांड टैंक-2 से 7.5 एमजीडी (50 एमजीडी का 15%) पानी द्वारका सेक्टर-1, 2, 3, 4, 5, 6 और 10 में, पालम गांव, महावीर एनक्लेव, राजापुरी, भरत विहार, मधु विहार, चाणक्या प्लेस, बिंदापुर और कमांड टैंक-2 से 7.5 एमजीडी पानी सेक्टर-1, 2, 3, 4, 5, 6 और 10 में, पालम गांव, महावीर एनक्लेव, राजापुरी, मधु विहार आदि इलाकों में सप्लाई होता है।आसपास के इलाकों, झुग्गी कलस्टर में सप्लाई होता है।
इस कारण हुई पानी की समस्या
कमांड टैंक-2 से जिस दो यूजीआर में पानी पाइप लाइनों से आता है, उसमें लीकेज हो गया था। बताया जा रहा है कि किसी ने लीकेज पर ध्यान ही नहीं दिया और धीरे-धीरे यह बढ़ता गया जिससे पानी पंपिंग के लिए लगे दोनों मोटर्स पानी में डूब गए और सप्लाई बंद हो गया। इंजीनियरों का कहना है कि पानी में डूबे मोटर्स को चेंज किया जा रहा है। जल बोर्ड अफसरों के अनुसार कमांड टैंक-2 को डीडीए ने बनाया था और इसकी कैपसिटी 7.5 एमजीडी स्टोर करने की है। इसमें से एक एमजीडी पानी मधु विहार और आसपास के कॉलोनियों में, 0.5 एमजीडी पालम गांव, 0.25 एमजीडी पानी जेजे कलस्टर, 0.5 एमजीडी पानी एयरपोर्ट एरिया, 3.5 एमजीडी पानी द्वारका के सेक्टर-1, 2, 3, 4, 5, 6 और 10 में सप्लाई होता है।
इन इलाकों में सप्लाई होता है पानी
द्वारका वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से रोजाना करीब 50 एमजीडी पानी उत्पादन होता है और 6 कमांड टैंक में इसे सप्लाई किया जाता है। कमांड टैंक से पानी यूजीआर में सप्लाई होता है। कमांड टैंक-2 से 7.5 एमजीडी (50 एमजीडी का 15%) पानी द्वारका सेक्टर-1, 2, 3, 4, 5, 6 और 10 में, पालम गांव, महावीर एनक्लेव, राजापुरी, भरत विहार, मधु विहार, चाणक्या प्लेस, बिंदापुर और कमांड टैंक-2 से 7.5 एमजीडी पानी सेक्टर-1, 2, 3, 4, 5, 6 और 10 में, पालम गांव, महावीर एनक्लेव, राजापुरी, मधु विहार आदि इलाकों में सप्लाई होता है।आसपास के इलाकों, झुग्गी कलस्टर में सप्लाई होता है।
इस कारण हुई पानी की समस्या
कमांड टैंक-2 से जिस दो यूजीआर में पानी पाइप लाइनों से आता है, उसमें लीकेज हो गया था। बताया जा रहा है कि किसी ने लीकेज पर ध्यान ही नहीं दिया और धीरे-धीरे यह बढ़ता गया जिससे पानी पंपिंग के लिए लगे दोनों मोटर्स पानी में डूब गए और सप्लाई बंद हो गया। इंजीनियरों का कहना है कि पानी में डूबे मोटर्स को चेंज किया जा रहा है। जल बोर्ड अफसरों के अनुसार कमांड टैंक-2 को डीडीए ने बनाया था और इसकी कैपसिटी 7.5 एमजीडी स्टोर करने की है। इसमें से एक एमजीडी पानी मधु विहार और आसपास के कॉलोनियों में, 0.5 एमजीडी पालम गांव, 0.25 एमजीडी पानी जेजे कलस्टर, 0.5 एमजीडी पानी एयरपोर्ट एरिया, 3.5 एमजीडी पानी द्वारका के सेक्टर-1, 2, 3, 4, 5, 6 और 10 में सप्लाई होता है।
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