पटना: राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख और राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जुड़े कई मुद्दों पर बयान दिया। उन्होंने कहा कि जगदीप धनखड़ एक जिम्मेदार व्यक्ति हैं और उनके इस्तीफे की खबर से सभी आश्चर्यचकित हैं। जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों से उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दिया है, लेकिन हम उनसे आग्रह करते हैं कि वे अपने फैसले पर पुनर्विचार करें। देश को उनकी जरूरत है। अगर स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या है, तो संविधान में व्यवस्था है कि उपसभापति ऐसी स्थिति में जिम्मेदारी संभाल सकते हैं। धनखड़ जी को अपनी सेहत का ध्यान रखते हुए भी देश की सेवा जारी रखनी चाहिए।
नीतीश वाले बयान पर सफाईउन्होंने कांग्रेस की ओर से उठाए जा रहे सवालों पर टिप्पणी करते हुए कहा, 'कांग्रेस का यह कहना कि भाजपा ने धनखड़ पर दबाव डाला, निराधार है। विपक्ष सिर्फ बयानबाजी करता रहता है, इसका कोई ठोस आधार नहीं है। धनखड़ जी ने स्वास्थ्य कारणों से यह फैसला लिया है।' बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि उन्होंने उनके बेटे को सक्रिय राजनीति में आने की सलाह दी थी। उन्होंने स्पष्ट किया, 'नीतीश जी का राजनीति में लंबा अनुभव है और उनका मुख्यमंत्री बने रहना बिहार के हित में है। मैंने उनके बेटे को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए यह सुझाव दिया था, लेकिन यह उनका निजी फैसला है। हम किसी को बाध्य नहीं कर सकते। हर व्यक्ति को अपने फैसले लेने की स्वतंत्रता है।'
बिहार में एनडीए की जीत की बातवहीं, जब उनसे पूछा गया कि क्या जनता दल (यूनाइटेड) दिन-ब-दिन कमजोर हो रही है, तो कुशवाहा ने इसका खंडन किया और कहा, 'यह कहना गलत है कि जेडीयू कमजोर हो रही है। नीतीश कुमार के नेतृत्व में जेडीयू और एनडीए मजबूत हैं।' उन्होंने यह भी विश्वास जताया कि 2025 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए को जीत मिलेगी और अगली सरकार भी उनके नेतृत्व में बनेगी।
अब नीतीश को बताया जरूरीउपेंद्र कुशवाहा ने यह भी दोहराया कि नीतीश कुमार का नेतृत्व बिहार के लिए जरूरी है और उनके अनुभव का कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने जेडीयू के आंतरिक मामलों में दखल देने से इनकार करते हुए कहा कि पार्टी का कोई भी फैसला नीतीश जी और उनकी पार्टी को करना है।
इनपुट- आईएएनएस
नीतीश वाले बयान पर सफाईउन्होंने कांग्रेस की ओर से उठाए जा रहे सवालों पर टिप्पणी करते हुए कहा, 'कांग्रेस का यह कहना कि भाजपा ने धनखड़ पर दबाव डाला, निराधार है। विपक्ष सिर्फ बयानबाजी करता रहता है, इसका कोई ठोस आधार नहीं है। धनखड़ जी ने स्वास्थ्य कारणों से यह फैसला लिया है।' बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि उन्होंने उनके बेटे को सक्रिय राजनीति में आने की सलाह दी थी। उन्होंने स्पष्ट किया, 'नीतीश जी का राजनीति में लंबा अनुभव है और उनका मुख्यमंत्री बने रहना बिहार के हित में है। मैंने उनके बेटे को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए यह सुझाव दिया था, लेकिन यह उनका निजी फैसला है। हम किसी को बाध्य नहीं कर सकते। हर व्यक्ति को अपने फैसले लेने की स्वतंत्रता है।'
बिहार में एनडीए की जीत की बातवहीं, जब उनसे पूछा गया कि क्या जनता दल (यूनाइटेड) दिन-ब-दिन कमजोर हो रही है, तो कुशवाहा ने इसका खंडन किया और कहा, 'यह कहना गलत है कि जेडीयू कमजोर हो रही है। नीतीश कुमार के नेतृत्व में जेडीयू और एनडीए मजबूत हैं।' उन्होंने यह भी विश्वास जताया कि 2025 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए को जीत मिलेगी और अगली सरकार भी उनके नेतृत्व में बनेगी।
अब नीतीश को बताया जरूरीउपेंद्र कुशवाहा ने यह भी दोहराया कि नीतीश कुमार का नेतृत्व बिहार के लिए जरूरी है और उनके अनुभव का कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने जेडीयू के आंतरिक मामलों में दखल देने से इनकार करते हुए कहा कि पार्टी का कोई भी फैसला नीतीश जी और उनकी पार्टी को करना है।
इनपुट- आईएएनएस
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