जयपुर : राजस्थान के जोधपुर की एसडीएम प्रियंका बिश्नोई का बीती देर रात अहमदाबाद के हाॅस्पीटल में उपचार के दौरान निधन हो गया। उन्हें जोधपुर में |ऑपरेशन के बाद बिगड़ी हालत में अहमदाबाद भर्ती करवाया था। इधर, एसडीएम प्रियंका की मौत की बाद बिश्नोई समाज ने गुरुवार को जमकर बवाल किया। इस मामले में समाज के लोग सुबह 11 बजे एम्स हाॅस्पीटल की मोर्चरी के बाहर धरना देकर बैठ गए। इस दौरान समाज के लोग वसुंधधरा अस्पताल के डॉक्टरों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग करने लगे। बाद में पुलिस अधिकारियों ने करीब साढ़े 4 घंटे की मशक्कत में समझाइश के बाद धरने को समाप्त करवाया। एसडीएम प्रियंका की मौत के बाद समाज का फूटा आक्रोशएसडीएम प्रियंका का पेट दर्द की शिकायत पर गत दिनों जोधपुर में बच्चे दानी की गांठ का आॅपरेशन हुआ। इसके बाद प्रियंका की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अहमदाबाद के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका उपचार चल रहा था। इस बीच बीती देर रात उन्होंने दम तोड़ दिया। इधर, उनकी मौत की खबर मिलते ही समाज के लोगों में जमकर आक्रोश फैल गया। सुबह एम्स हॉस्पिटल की मोर्चरी पर समाज के लोग धरना देकर बैठ गए, जहां शव का पोस्टमार्टम नहीं करवाने को लेकर अड़ गए। साथ ही वसंुधरा अस्पताल के डाॅक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग करने लगे। इस मामले में समाज के प्रतिनिधि रामनिवास बिश्नोई ने आरोप लगाया कि डॉक्टर ने बिना किसी प्रारंभिक जांच के एक ही दिन में ऑपरेशन कर दिया और तबियत बिगड़ने पर परिजनों को प्रियंका को दूसरे अस्पताल ले जाने के लिए कह दिया। इस मामले में समाज की मांग है कि दोषी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष की मांग, सीबीआई से हो मामले की जांचएसडीएम प्रियंका बिश्नोई की मौत के मामले को लेकर समाज के लोगों में गहरा आक्रोश व्याप्त हो गया। करीब साढ़े चार घंटे तक समाज के लोगों ने अस्पताल में धरना देकर प्रदर्शन किया। इस मामले में बिश्नोई समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बुडिया ने आरोप लगाए है कि प्रियंका के इलाज में लापरवाही साजिश के तहत हुई है। इस मामले की जांच सीबीआई से होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने समाज के लोगों से आव्हान किया है कि जब तक प्रियंका को न्याय नहीं मिल जाए, तब तक संघर्ष करना है। पुलिस की समझाइश के बाद समाज ने धरना समाप्त कियाएसडीएम प्रियंका की मौत की बाद सुबह 11 बजे बिश्नोई समाज के लोगों ने मोर्चरी के सामने धरना शुरू कर दिया। समाज के लोग अस्पताल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने की मांग पर अड़ गए। इस पर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे, जहां काफी समझाइश की गई, लेकिन बात नहीं बनी। बाद में जोधपुर डीसीपी वेस्ट राजर्षि राज वर्मा की अध्यक्षता में टीम ने बिश्नोई समाज के लोगों से बात कर उन्हें कार्रवाई का भरोसा दिलाया। पुलिस ने लोगों को भरोसा दिलाया कि जांच कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद पुलिस दोषी लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करेगी। इसके बाद जाकर समाज के लोग शव उठाने पर राजी हुए। उधर, पोस्टमार्टम होने के बाद परिजन प्रियंका का शव लेकर फलोदी के सुरपुरा के लिए रवाना हो गए, जहां उसका शुक्रवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा। कलेक्टर के निर्देश पर डॉक्टरों की टीम कर रही है जांचएसडीएम प्रियंका की मौत से पहले उनके ससुर ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल के खिलाफ जोधपुर कलेक्टर गौरव अग्रवाल को शिकायत की थी। इस पर जोधपुर कलेक्टर ने एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर भारती सारस्वत को जांच करने के निर्देश दिए। कलेक्टर के निर्देश पर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने पांच सीनियर डॉक्टरों की टीम का गठन कर 3 दिन में जांच करने के निर्देश दिए थे। इस मामले को लेकर यह टीम प्रियंका के इलाज की प्रक्रिया की जांच कर पता लगाने का प्रयास कर रही है कि उनके इलाज में किसी प्रकार की लापरवाही की गई है या नहीं? इधर जोधपुर कलेक्टर का कहना है कि जांच कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
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राजस्थान: SDM प्रियंका बिश्नोई की मौत के बाद जोधपुर में बवाल! अब इन मागों पर बनी सहमति
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