News India Live, Digital Desk: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर एक बार फिर तीखा हमला बोला है। सीएम योगी ने कहा कि अखिलेश यादव न केवल राम मंदिर (Ram Mandir) से नफरत करते हैं, बल्कि दीवाली (Diwali) जैसे पवित्र त्योहार से भी उन्हें नफरत है।क्या है पूरा मामला?यह बयान संभवतः किसी ऐसे बयान पर प्रतिक्रिया के रूप में आया है जिसमें अखिलेश यादव ने बीजेपी या उनके द्वारा मनाए जा रहे त्योहारों या विकास कार्यों पर सवाल उठाए हों। सीएम योगी ने इसे सपा की "तुष्टिकरण की राजनीति" से जोड़ते हुए कहा कि सपा केवल वोट बैंक को खुश करने के लिए काम करती है।योगी का बयान:योगी आदित्यनाथ ने कहा, "अखिलेश यादव को न केवल राम मंदिर से नफरत है, बल्कि वे दीवाली जैसे शुभ अवसरों पर भी अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कराते। यह उनकी तुष्टिकरण की सोच को दर्शाता है। जब प्रदेश में दीवाली मनाई जाती है, तो वे अपने घरों में बैठे रहते हैं।"सीएम योगी ने आगे कहा कि बीजेपी सरकार ने प्रदेश में हर त्योहार को सम्मान दिया है और विकास के कार्यों को आगे बढ़ाया है, जबकि सपा ने केवल प्रदेश को पीछे धकेला है।सपा-बीजेपी में जुबानी जंग:यह बयान एक बार फिर उत्तर प्रदेश की राजनीति में सपा और बीजेपी के बीच चल रही जुबानी जंग का हिस्सा है। दोनों पार्टियां आगामी चुनावों को देखते हुए एक-दूसरे पर लगातार हमले कर रही हैं। सीएम योगी का यह बयान सॉफ्ट हिंदुत्व के मुद्दे पर अखिलेश यादव को घेरने की एक कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया:अभी तक अखिलेश यादव की ओर से इस बयान पर कोई सीधी प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन यह उम्मीद की जा रही है कि वे जल्द ही सीएम योगी के आरोपों का जवाब देंगे।यह बयान उत्तर प्रदेश की राजनीति में धार्मिक और सांस्कृतिक मुद्दों के महत्व को एक बार फिर उजागर करता है।
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