News India Live, Digital Desk: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने एक ऐसा सनसनीखेज दावा किया है, जिससे राज्य की राजनीति में हड़कंप मच गया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि झारखंड में गरीबी और भुखमरी इस हद तक बढ़ गई है कि गरीब माँ-बाप अपने भूख से रोते-बिलखते बच्चों को चुप कराने के लिए उन्हें नशे की गोलियां या अन्य नशीला पदार्थ देकर सुलाने पर मजबूर हैं।'संसाधनों की लूट में मस्त है सरकार'बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर और एक बयान जारी कर चंपई सोरेन सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, "झारखंड की जो दर्दनाक तस्वीर सामने आ रही है, उसे देखकर रूह कांप जाती है। प्रदेश में व्याप्त गरीबी का आलम यह है कि माँ-बाप के पास बच्चों को खिलाने के लिए अनाज नहीं है।"उन्होंने आगे कहा कि राज्य की सरकार को आम जनता की तकलीफों से कोई मतलब नहीं है। सरकार और उसके मंत्री सिर्फ बालू, पत्थर और कोयले जैसे राज्य के संसाधनों को लूटने में व्यस्त हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार और कुशासन के कारण झारखंड आज बर्बादी की कगार पर पहुंच गया है।'जनता इस सरकार को उखाड़ फेंकेगी'मरांडी ने कहा कि मौजूदा सरकार पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है और जनता इस सच्चाई को देख रही है। उन्होंने दावा किया कि आने वाले चुनाव में प्रदेश की जनता इस 'संवेदनहीन' सरकार को सबक सिखाएगी और सत्ता से उखाड़ फेंकेगी।बाबूलाल मरांडी के इस गंभीर आरोप के बाद राज्य की सियासत गरमा गई है। सत्ताधारी दल ने इसे राजनीति से प्रेरित और राज्य को बदनाम करने वाला बयान बताया है, वहीं बीजेपी का कहना है कि यह राज्य की कड़वी सच्चाई है जिसे सरकार छिपाना चाहती है।
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