News India Live, Digital Desk: International Relations : यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने रूस और उसके व्यापारिक सहयोगियों पर लगाए गए अमेरिकी टैरिफ का खुलकर समर्थन किया है उनका मानना है कि रूस पर आर्थिक दबाव बढ़ाने के लिए यह एक बिल्कुल सही कदम है. ज़ेलेंस्की ने साफ कहा कि जो देश रूस के साथ व्यापार जारी रखकर उसकी अर्थव्यवस्था को मज़बूत कर रहे हैं, उन्हें इसके अंजाम के लिए तैयार रहना चाहिए.ज़ेलेंस्की ने उन यूरोपीय देशों की भी आलोचना की जो अभी भी रूस से ऊर्जा खरीद रहे हैं. उन्होंने इसे "अनुचित" बताया और कहा कि रूस से किसी भी तरह के ऊर्जा निर्यात को रोकना ज़रूरी है.ज़ाहिर है, ज़ेलेंस्की का मानना है कि रूस को आर्थिक रूप से कमज़ोर करना ही युद्ध को समाप्त करने का एकमात्र तरीका है. उनका कहना है कि प्रतिबंध ऐसे होने चाहिए जो रूस की युद्ध की क्षमता को पूरी तरह से खत्म कर दें.यह बयान उस समय आया है जब रूस ने यूक्रेन पर अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला किया है. इस हमले के बाद ज़ेलेंस्की ने रूस पर और भी कड़े प्रतिबंध लगाने की मांग की है. उनका कहना है कि केवल निंदा करने से काम नहीं चलेगा, बल्कि ठोस कार्रवाई करने की ज़रूरत है. ज़ेलेंस्की ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन बातचीत नहीं चाहते, इसलिए रूस की अर्थव्यवस्था पर चोट करना ही सही जवाब है.अमेरिकी अधिकारियों का भी मानना है कि कड़े प्रतिबंध, जिसमें रूसी तेल खरीदने वालों को निशाना बनाना शामिल है, रूस की अर्थव्यवस्था को पंगु बना सकते हैं और पुतिन को बातचीत की मेज पर ला सकते हैं.ज़ेलेंस्की का मानना है कि अमेरिका और यूरोप के संयुक्त प्रयास ही रूस की युद्ध मशीन को रोक सकते हैं.उन्होंने बार-बार इस बात पर ज़ोर दिया है कि दुनिया को रूस पर दबाव बनाना होगा ताकि उसे शांति की ओर बढ़ने के लिए मजबूर किया जा सके. ज़ेलेंस्की के अनुसार, जब तक रूस को यह समझ नहीं आता कि युद्ध जारी रखने के गंभीर परिणाम होंगे, तब तक वह पीछे नहीं हटेगा. उनका यह भी कहना है कि यूक्रेन की सुरक्षा के लिए सैन्य समर्थन के साथ-साथ आर्थिक गारंटी भी ज़रूरी है.
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