इंटरनेट डेस्क। जैसलमेर बस हादसे में जलकर 21 लोगों की मौत हुई थी और कम से कम 15 लोग गंभीर रूप से झुलस गए थे। ऐसे में अब पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को जोधपुर में महात्मा गांधी अस्पताल में घायलों एवं उनके परिजनों से मुलाकात की। परिजनों से मिलने के पश्चात गहलोत ने बताया कि परिजन परेशान हैं कि उन्हें कोई बताने वाला नहीं है कि डीएनए टेस्ट कब पूरा हो जाएगा।
मीडिया रिपोटर्स की माने तो अशोक गहलोत ने कहा कि इस बात से लोग बहुत आक्रोशित हैं, वो मांग कर रहे हैं कि जल्द से जल्द बॉडी दे, मालूम नहीं कौन सी बॉडी हमारी है, तो डीएनए टेस्ट से मालूम होगा वो टेस्ट जल्दी होना चाहिए ये उनकी मांग है।
जानकारी के अनुसार गहलोत ने बताया कि उन्होंने इस हादसे में मुआवजा जारी करने एवं परिजनों से परिवार का बेहतर संपर्क स्थापित करने के संबंध में फोन पर बात की। गहलोत ने जोधपुर प्रशासन के संबंधित अधिकारियों की भी सर्किट हाउस में बैठक ली। वहीं पीड़ितों को मुआवजे को लेकर गहलोत ने कहा अभी मुआवजे की घोषणा भी नहीं हुई है, पीएम रिलीफ फंड के दो लाख रुपए की घोषणा हुई है और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से अधिक से अधिक रिलीफ पैकेज देने की मांग की।
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