बिहार न्यूज़ डेस्क तेघड़ा थाना के एनएच-28 पर पिढ़ौली के समीप की सुबह पुलिस के द्वारा की गयी वाहन चेकिंग के दौरान दो वाहनों से प्रतिबंधित एक क्विंटल 59.33 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया. साथ ही छह गांजा तस्करों को दबोचा गया.
पुलिस हत्थे चढ़े तस्करों में मुफस्सिल थाना के रजौरा गांव निवासी कामदेव सिंह का पुत्र गौरव कुमार, मटिहानी थाना के छितरौर निवासी विनय सिंह का पुत्र कन्हैया सिंह और चाक निवासी स्व. शिवशंकर प्रसाद सिंह उर्फ शिवो सिंह का पुत्र मुकेश सिंह, नावकोठी थाना के महेशबाड़ा गांव निवासी नागेश्वर प्रसाद सिंह का पुत्र कमलेश सिंह, नयागांव थाना के नयागांव निवासी सुभाष सिंह का पुत्र राजीव कुमार और स्व. चंद्रिका सिंह का पुत्र लूटन सिंह का नाम शामिल है.
पुलिस ने इसके पास से प्रतिबंधित गांजा के अलावा सात मोबाइल व दो वाहन बरामद किया है. इसकी जानकारी एसपी मनीष कुमार ने दी. वे अपने कार्यालय कक्ष में प्रेसवार्ता कर रहे थे. एसपी ने बताया कि बरामद प्रतिबंधित गांजा की बाजार कीमत करीब 34 लाख रुपये आंकी गयी है. एसपी ने बताया कि की सुबह तेघड़ा थाने की पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि गांजा की बड़ी खेप बछवाड़ा की ओर से होते हुए पिढ़ौली की तरफ आ रही है.
तेघड़ा एसडीपीओ के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. साथ ही मजिस्ट्रेट के साथ पिढौली के समीप एनएच-28 पर वाहन चेकिंग लगाया गया. थोड़ी ही देर में एक स्वीफ्ट डिजायर ,एक स्कॉपरियो गाड़ी पहुंची. स्वीफ्ट डिजायर से 10 बंडलों में 159.33 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया.
हादसा मजदूर की बेंगलुरु में मौत
नावकोठी के मजदूर की मौत बेंगलूरु में की शाम वाहन दुर्घटना में हो गयी. वह नावकोठी के वार्ड संख्या 06 निवासी राम बालक पंडित का लगभग 41 वर्षीय पुत्र गोविन्द पंडित था. उसका शव नावकोठी आया.
शव आते ही परिजनों के करूण क्रंदन से वातावरण गमगीन हो गया. मृतक का छोटा भाई वकील पंडित ने बताया कि दोनों भाई बेंगलुरु में रहकर मजदूरी करता था. की शाम वह बाजार से सब्जी खरीदकर डेरा आने के लिए सड़क पार कर रहा था. इसी क्रम में अज्ञात वाहन ने उसे ठोकर मार दी. ठोकर लगने के बाद वह सड़क पर लगभग बीस फीट के बाद गिरा. गिरने के क्रम में उसके सिर पर गंभीर चोटें आई. हाथ फ्रैक्चर हो गया. सीने में भी काफी चोट आई. घटना की सूचना पाकर इलाज के लिए हॉस्पीटल ले जाने के क्रम में रास्ते में ही दम तोड़ दिया. पुलिस लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सुपुर्द कर दिया. पिता राम बालक पंडित ने बताया कि तीन महीने पहले नावकोठी से बेंगलुरु मजदूरी करने गया था की बात कहा था, पर विधाता को कुछ और ही मंजूर था. उसके आने के पूर्व उसकी मौत की खबर आयी.
मृतक परिवार का सबसे बड़ा सदस्य था. मां डोमनी देवी, पत्नी रंजन देवी, पुत्र अभिषेक, ऋषु पर तो दुख का पहाड़ टूट पड़ा. सभी परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. मुखिया राष्ट्रपति कुमार, उपमुखिया विजय सहनी, राजा विकास, टुन्नी सिंह सहित कई गणमान्य शोकाकुल परिजनों को ढांढस बंधाया.
भागलपुर न्यूज़ डेस्क