उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क विकास खंड आसपुर देवसरा में तैनात सेक्रेटरी (ग्राम विकास अधिकारी) ने अपने पिता के नाम से फर्म बनाकर अपनी तैनाती वाली आठ ग्राम पंचायतों से एक करोड़ 23 लाख 39 हजार 575 रुपए ट्रांसफर कर दिया. मामले की जानकारी होने पर शिव प्रकाश सिंह ने इसकी शिकायत डीएम और सीडीओ से कर दी. सीडीओ ने मामले की जांच कराने के लिए टीम गठित करने का आश्वासन दिया है.
विकास खंड पट्टी की ग्राम पंचायत जलपा नीमगिरि के रहने वाले शिवप्रकाश सिंह की ओर से डीएम और सीडीओ को दिए गए शिकायती पत्र में कहा गया है कि आसपुर देवसरा में तैनात सेक्रेटरी रितेश कुमार यादव मूलरूप से रानीगंज इलाके की नरायनपुर कला, मेड़वाडीह के रहने वाले हैं. इन्होंने वर्ष 2022 से 2024 तक देवसरा की ग्राम पंचायत अतरौरा मीरपुर, औराइन, बिझला, हर्रईपट्टी, लबेदा, लाखीपुर कप्सा, सपहा छात और तुरकौली से ग्राम निधि खाते से अलग-अलग मद में एक करोड़ 23 लाख 39 हजार 575 रुपए फर्म शिव इंटरप्राइजेज के खाते में ट्रांसफर किया है. इस फर्म का जीएसटी नंबर 09 बीएक्स एक्सपीएन 0303जी1जेडबी है और फर्म के संचालक भोलानाथ यादव हैं जो सेक्रेटरी रितेश यादव के पिता हैं. शिकायत करने वाले का आरोप है कि सेक्रेटरी ने कई ऐसे मद की धनराशि भी अपने पिता की फर्म में ट्रांसफर किए हैं जिनका काम ग्राम पंचायत में कराया ही नहीं गया है.
ढांढर के ग्राम विकास अधिकारी निलंबित आसपुर देवसरा के ढांढर ग्राम प्रधान ने ग्राम विकास अधिकारी पर छह लाख रुपये रोकने का आरोप लगाया था. जिलाधिकारी के निर्देश पर ग्राम विकास अधिकारी को निलंबित करते हुए विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं. ग्राम विकास अधिकारी के आवास आवंटन में घूस लेने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था.
प्रतापगढ़ न्यूज़ डेस्क